मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय का तीसरा कुलपति होगा नियुक्त, विज्ञापन जारी

भोपाल
नवनियुक्त राज्यपाल लालजी टंडन मप्र आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय का तीसरा कुलपति नियुक्त करेंगे। इसके लिए राजभवन ने विज्ञापन जारी कर दिया है। विज्ञापन में राज्यपाल टंडन ने पूर्व राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा जारी होने वाले विज्ञापन में काफी अंतर रखा है। इसमें जहां उन्होंने ठोस प्रशासनिक अनुभव मांगा है। यहां तक उन्होंने कुलपति बनने वाले उम्मीदवारों का जन्म एक जनवरी 1955 या उसके बाद होने बात तक स्पष्ट की है।

राज्यपाल टंडन ने अपने कार्यकाल का पहला विज्ञापन मप्र मेडिकल यूनिवर्सिटी का कुलपति नियुक्त का जारी किया है। उनके पहले ही विज्ञापन से स्पष्ट हो गया है कि विवि में चल रही ठीली व्यवस्था में चुस्ती चाहते हैं। उन्होंने विज्ञापन में स्पष्ट किया है कि उम्मीदवार के पास ठोस प्रशासनिक अनुभवन होना चाहिए। ये बात उम्मीदवारों को राज्यपाल टंडन के सामने प्रमाण के साथ स्पष्ट भी करना होगी। जबकि राज्यपाल पटेल ने व्यापक अनुभव वाले उम्मीदवारों को कुलपति नियुक्त किया है। उनके कार्यकाल में नियुक्त हुए विवि की स्थिति बेहतर नहीं कही जा सकती है। इसी को देखते हुए राज्यपाल टंडन ने ठोस प्रशासनिक अनुभव को महत्व दिया है। विज्ञापन राजभवन की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। आवेदक छह सितंबर तक कुलपति बनने के लिए आवेदन कर सकते हैं।

डीएविवि में 24 जून को धारा 52 लगाने बाद तत्कालीन राज्यपाल आनंदी बेन पटेल 25 जुलाई को जीवाजी विवि की प्रोफेसर रेणु जैन को आगामी आदेश तक के लिए प्रभारी कुलपति नियुक्त कर दिया। अब राजभवन यहां नियमित कुलपति नियुक्त करने विज्ञापन जारी करेगा। रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विवि रीवा कुलपति केदारनाथ यादव का कार्यकाल खत्म उन्हें नये कुलपति नियुक्ति होने तक का एक्सटेंशन दिया गया है। जबकि कुलपति के लिए आवेदन 19 मार्च तक जमा करा लिए गए हैं। कुलपति चयन में पूर्व मंत्री राजेंद्र शुक्ला और जीवाजी विवि कुलपति संगीता शुक्ला को समिति में रखा गया है। इसी तरह विक्रम विवि में कुलपति बनने के आवेदन करने की अंतिम तिथि पांच फरवरी निकल चुकी है। यहां तक रानी दुर्गावति विवि जबलपुर के लिए 18 जुलाई तक सैकड़ाभर से ज्यादा आवेदन जमा हो चुके हैं। उक्त दो विवि में कमेटियों ने अपने पैनल तक तैयार नहीं किए हैं। इससे दोनों विवि के कुलपतियों की नियुक्त में काफी समय लगेगा।

विक्रम विवि उज्जैन, आरडीविवि और एपीएस विवि रीवा के लिए तत्कालीन राज्यपाल पटेल आवेदन जमा कर चुकी थीं। अब उनकी स्कू्रटनी कराने से लेकर कुलपति की नियुक्ति करने का कार्यकाल वर्तमान राज्यपाल टंडन करेंगे।

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