मध्य और दक्षिण भारत में होगी अच्छी, उत्तर भारत में कम हो सकती है बारिश: मौसम विभाग

नई दिल्ली
भारतीय मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार मॉनसून मध्य और दक्षिण भारत में अच्छा रह सकता है। मौसम विभाग के अनुसार, अल नीनो की मौजूदगी और मॉनसून के सामान्य रहने के संकेतों के बाद भी उत्तर भारत में सामान्य से कम बारिश हो सकती है। हालांकि, मध्य और दक्षिण भारत में अच्छी बारिश होने का अनुमान है। उत्तर भारत के साथ पूर्वी भारत में भी मॉनसून कमजोर रह सकता है।

मौसम विभाग की ओर से मॉनसून को लेकर दूसरा पूर्वानुमान जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, अल नीनो की उपस्थिति का असर मॉनसून के पहले आधे दौरान नजर आएगा, लेकिन उसके बाद स्थिति में सुधार होने के संकेत हैं। विभाग का अनुमान है कि जुलाई महीने में मॉनसून 5 फीसदी कम रह सकता है, लेकिन अगस्त में स्थिति ठीक होगी और यह घटकर 1 फीसदी कम तक रह सकता है।

मौसम विभाग का अनुमान है कि जून से सितंबर तक लॉन्ग पीरियड एवरेज में मॉनसून 96% तक रह सकता है। हालांकि, यह सामान्य रेंज (96% से 104%) की तुलना में कम रहेगा। आईएमडी के प्रमुख मौसम पूर्वानुमान वैज्ञानिक डी शिवानंद पाई का कहना है, 'अभी तक ऐसा लग रहा है कि अल नीनो की मौजूदगी के कारण मॉनसून पर काफी प्रभाव पड़ेगा। यह कमजोर और सामान्य से कम रह सकता है। अल नीनो का असर जैसे-जैसे मॉनसून सीजन आगे बढ़ेगा कम होता जाएगा।'

मौसम विभाग का पूर्वानुमान कृषि क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। कृषि क्षेत्र बड़े तौर पर आज भी मॉनसून पर ही निर्भर है। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में औसत से कम बारिश के बावजूद भी कृषि पैदावार ठीक ही रही है। पूर्वानुमान के अनुसार, पूर्वी और उत्तर पूर्वी भारत में बारिश लॉन्ग रेंज में 91% तक रह सकती है। उत्तर पश्चिमी भारत जिसमें पूरा उत्तर भारत जैसे राजस्थान, उत्तर प्रदेश शामिल हैं 94% तक बारिश हो सकती है।

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