मध्यान्ह भोजन में अंडा दिए जाने का विरोध,एसडीएम को सौंपा ज्ञापन

बालोद
छत्तीसगढ़ के आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में मध्यान्ह भोजन में अंडा दिए जाने के विरोध में अखिल विश्व गायत्री परिवार एवं विभिन सामाजिक संगठनों द्वारा शहर में रैली निकालकर तहसील कार्यालय पहुंचकर नारेबाजी करते हुए राज्यपाल व मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

इस दौरान रैली में गायत्री परिवार,साहू समाज,महेश्वरी समाज,हल्वा आदिवासी समाज,देवांगन समाज,कबीर समाज,जैन समाज के लोगों ने अंडा देने का विरोध किया। ज्ञापन में बताया गया कि शिक्षण संस्थानों में कुपोषण को लेकर बच्चों को अंडा वितरण किया जा रहा हैं। अंडा भारतीय संस्कृति के अनुसार मांसाहार की श्रेणी में आता हैं, जिसके कारण अखिल विश्व गायत्री परिवार विरोध करती है। यदि शासन द्वारा शिक्षण संस्थाओं में अंडा देना बंद नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।

महंत युगल दास ने कहा कि शासन की योजना कुपोषण के नाम पर विद्या के मंदिर में इस प्रकार मांसाहारी अंडा खिलाकर भारतीय संस्कृति को तहस-नहस कर रही है। बच्चे मानसिक रुप से परिपक्व नहीं होते हैं। उनको जो परोसा जाएगा उसे ही ग्रहण करेंगे। ये तो शासन को सोचना चाहिए कि बच्चों में कैसे नैतिक विकास होगा। समाज के लोगों ने शासन की इस योजना का पुरजोर विरोध किया। अंडा के विकल्प के रूप में बच्चों के कुपोषण को दूर करना ही तो दूध, फल, अंकुरित अनाज दिया जावे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *