भोपाल की सृष्टि जयंत देशमुख ने पहली कोशिश में हासिल की 5वीं रैंक

भोपाल
 संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) ने सिविल परीक्षा 2018 के नतीजे शुक्रवार को घोषित कर दिए हैं। इसमें आईआईटी बॉम्बे से बीटेक की पढ़ाई करने वाले कनिष्क कटारिया ने पहली ही कोशिश में टॉप किया है। वहीं, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपल की सृष्टि जयंत देशमुख ने महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष पर रहीं। जबकि आल इंडिया रैंक में उनको पांचवा स्थान मिला है।

राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल से बीई (केमिकल इंजिनियरिंग) की पढ़ाई करने वाली सृष्टि देशमुख महिला अभ्यर्थियों में शीर्ष पर हैं। उन्होंने मीडिया से चर्चा में कहा कि, मैं आईएएस बनना चाहती थी। इसके लिए मैंने पूरे एक साल सोशल मीडिया से लेकर अपने दोस्त और परिचितों से भी दूरी बनाए रखी। ये मेरी पहली कोशिश थी। मैं महिला सशक्तिकरण के लिए काम करना चाहूंगी। उन्होंने कहा कि हमें परीक्षा की तैयारी के समय सही किताबों का चयन करना चाहिए। पढ़ाई करने के लिए मानसिक तैयारी की भी बहुत आवश्यकता है।

यूपीएससी ने एक बयान में बताया कि आयोग ने आईएएस, आईपीएस और आईएफएस आदि पदों पर नियुक्ति के लिए कुल 759 अभ्यर्थियों के नाम घोषित किए हैं, जिनमें 577 पुरुष और 182 महिलाएं हैं। कटारिया अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने वैकल्पिक विषय के रूप में गणित लिया था। उन्होंने कंप्यूटर साइंस में बीटेक किया है।  सिविल सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा, 2018 तीन जून 2018 को हुई थी। इस परीक्षा में 10,65,552 अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था जिनमें से 4,93,972 लोगों ने भाग लिया। सितंबर-अक्टूबर 2018 में हुई लिखित (मुख्य) परीक्षा में भाग लेने के लिए कुल 10,468 अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए। फरवरी-मार्च 2019 में हुए पर्सनैलिटी टेस्ट के लिए कुल 1994 अभ्यर्थियों ने सफलता प्राप्त की।

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