भोज और जीवाजी विश्वविद्यालय के बीच छिड़ा शीतयुद्ध
जीवाजी विश्वविद्यालय और भोज मुक्त विश्वविद्यालय के बीच तकरार बढ़ रही है। जीवाजी विवि ने भोज विवि से अपने परिसर में चलने वाले रीजनल कार्यालय केंद्रों को शिफ्ट करने के आदेश दिए हैं। जबकि एक साल में तीसरी बार कार्यालय की शिफ्टिंग होगी। बार शिफ्टिंग को लेकर दोनों विवि के बीच शीतयुद्ध जरूर शुरू हो गया है।
जीवाजी विवि ने गत वर्ष तत्कालीन क्षेत्रीय निदेशक शरद भदौरिया ने कुलपति संगीता शुक्ला से राजनीति शास्त्र में संचालित क्षेत्रीय कार्यालय को फूड टेक्नालाजी के भवन में शिफ्ट कराया था। दस हजार रुपए प्रतिमाह के किराए पर तीन साल के लिए एग्रीमेंट किया गया है। भवन में तीन हाल, दो कैबिन और गैलरी मौजूद है। अभी क्षेत्रीय कार्यालय को एक साल ही हुआ है। जीवाजी विवि ने भोज विवि को पत्र लिखकर आर्यभट्ट हास्टल के चीफ वार्डन के भवन में शिफ्ट करने के आदेश दे दिए हैं। भोज विवि शिफ्टिंग को तैयार नहीं हैं। क्योंकि अभी उनका कार्यालय व्यवस्थित होकर संचालित होना शुरू हुआ है। जीवाजी विवि ने तर्क दिया है कि उक्त भवन में कौशल विकास केंद्र का संचालन होगा। इसमें छात्राओं की आवाजाही होगी, जिसके कारण भोज विवि को दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है। नये भवन में भोज के लिए सभी सुविधाएं मुहैयाकराई जाएंगी। वहीं भोज विवि का कहना है कि हास्टल में चीफ वार्डन का स्थान दिया जा रहा है। आज नहीं तो कल चीफ वार्डन की निुयक्ति होगी, तो उन्हें शिफ्ट किया जाएगा।
एक साल का जाएगा किराया
भोज विवि ने अभी तक किराए पर लिए गए भवन का किराया नहीं चुकाया है। इसलिए भोज ने जीवाजी विवि का एकाउंट नंबर ले लिया है। इसमें एक साल का किराया एक लाख बीस हजार रुपए जमा कराया जाएगा। वर्तमान में ग्वालियर क्षेत्रीय निदेशक एमके गुप्ता को नियुक्त किया गया है।
कुलपति संगीता शुक्ला के निर्देश के मुताबिक वहां कौशल विकास केंद्र का संचालन होना है। इसलिए भोज विवि को भवन खाली करने के आदेश दिए गए हैं।
आईके मंसूरी
रजिस्ट्रार जीवाजी विवि, ग्वालियर
जीवाजी विवि ने तीन साल के लिए एग्रीमेंट किया है। इसके बीच में भवन खाली नहीं कराया जा सकता है।
एचएस त्रिपाठी
रजिस्ट्रार, भोज विवि भोपाल