नागरिक आपूर्ति निगम का कारनामा, जिनपर चल रही विभागीय जांच उन्हें ही लगा रखा प्रबंधक के पद पर

भोपाल
नागरिक आपूर्ति निगम में जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की कई विभागीय जांच, लोकायुक्त जांचे चल रही है उन्हें निगम प्रबंधन ने जिलों में प्रबंधक के पद पर तैनात कर उपार्जन के काम में लगा रखा है वहीं एकाउंट के काम के लिए संविदा पर कर्मचारियों को तैनात किया है। प्रदेश में जहां धान का जमकर उपार्जन होता है और उपार्जन में भारी गड़बड़ियां होती है वहां विभागीय जांच के दायरे में चल रहे अफसरों को तैनात किया गया है। कटनी में प्रबंधक सलमान हैदर के पास करोड़ों रुपए की आय से अधिक सम्पत्ति मिलने के बाद अब लोकायुक्त की नजर निगम के ऐसे अन्य अफसरों पर भी है।

सूत्रों के मुताबिक प्रदेश में जो धान उपार्जन वाले प्रमुख जिले है उनमें लेखा संवर्ग के अधिकारियों-कर्मचारियों को निगम ने तैनात किया है। इनमें कटनी में सलमान हैदर, मंडला में मनोज श्रीवास्तव, सिवनी में संजय सिंह, बालाघाट में आरके सोनी को तैनात किया हुआ है। वहीं निगम के लेखाधिकारी केके श्रीवास्तव जो मूलत: लेखा संवर्ग से है उन्हें निगम ने महाप्रबंधक उपार्जन बना रखा है। केके श्रीवास्तव के खिलाफ लोकायुक्त में भी एक मामला विचाराधीन  है। लेखा के ही एक अन्य कर्मचारी संजय सक्सेना को उज्जैन का क्षेत्रीय प्रबंधक बना रखा है। सलमान हैदर और संजय सिंह की कई विभागीय जांचे चल रही है इसके बाद भी इन्हें मनचाही जगहों पर पोस्टिंग दी जाती रही है।

नागरिक आपूर्ति निगम ने जहां एकाउंट से जुड़े अमले को उपार्जन के काम में लगा रखा है वहीं एकाउंट के काम के लिए संविदा पर साठ-साठ हजार वेतन पर रिटायर्ड अफसरों को तैनात किया गया है। इनमें प्रमोद वाणी, आरएस अहिरवार, सुभाष खेंदुलकर और एक चार्टर्ड एकाउंटेंट को एकाउंट के काम के लिए लगाया गया है।

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