भारत में अच्छे कोचों की जरूरत: पीवी सिंधु

नई दिल्ली
हाल ही में वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर इतिहास रचने वाली भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पी. वी. सिंधु ने माना कि भारत को उच्च स्तर पर अच्छे प्रशिक्षकों खासकर विदेशी कोचों की जरूरत है। अच्छे कोचों के होने से खिलाड़ियों के खेल में जरूरी सुधार होगा और इससे देश को नए चैंपियन मिलने मदद मिलेगी।
भारत की राष्ट्रीय टीम के कोच पुलेला गोपीचंद ने हाल ही में कहा था कि भारत ने प्रशिक्षकों पर ज्यादा निवेश नहीं किया है। देश में अच्छे प्रशिक्षकों की कमी है। सिंधु ने गोपीचंद की इस बात में हामी भरी। राष्ट्रीय राजधानी में पीएनबी मेटलाइफ जूनियर बैडमिंटन चैंपियनशिप के सम्मान समारोह में हिस्सा लेने आईं सिंधु ने कहा, 'यह पूर्व खिलाड़ियों के ऊपर है कि वह कोच बनना चाहते हैं या नहीं। यह उनके ऊपर है कि वो क्या करना चाहते हैं। हम इसमें कुछ नहीं कह सकते।'

सिंधु ने आगे कहा, 'हां, उच्च स्तर के प्रशिक्षकों की जरूरत है, जो खेल के बारे में काफी अच्छे से जानते हैं और जो चैंपियन बना सकते हैं। गोपी सर एक महान खिलाड़ी और कोच रहे हैं। इसमें कोई शक नहीं है। अब हमें विदेशों से अन्य प्रशिक्षकों की जरूरत है ताकि वो हमारे खेल में जरूरी बदलाव कर सकें। जिससे हमें मदद मिले।'

सिंधु ने साथ ही कहा है कि वर्ल्ड चैंपियन बनने के बाद बाद उनके आत्मविश्वास में इजाफा हुआ और वह पहले से ज्यादा मजबूत हो गई हैं। सिंधु ने पिछले महीने स्विट्जरलैंड के बासेल में खेली गई वर्ल्ड चैंपियनशिप में जापान की नाओमी ओकुहारा को मात दे यह खिताब जीता।

विश्व चैंपियन ने कहा, 'निश्चित तौर पर थोड़ा दबाव तो रहता है लेकिन इस विश्व चैंपियनशिप ने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया है। इसी आत्मविश्वास के साथ मैं आगे जाऊंगी। ओलिंपिक में अभी समय है और इस दौरान मुझे काफी टूर्नमेंट भी खेलने हैं। मैं ज्यादा दूर की नहीं सोचूंगी सिर्फ जिस टूर्नमेंट में खेलूंगी उसी पर ध्यान दूंगी और जब एक बार कोर्ट पर उतर जाती हूं तो कुछ दबाव नहीं रहता सिर्फअपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करती हूं यही करूंगी।'

उन्होंने कहा, 'हां, अब मुझ पर जिम्मेदारी बढ़ गई है और सभी लोग मेरी तरफ देख रहे हैं। अब मुझे और ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। मैं कुछ चीजों में बदलाव करूंगी और कुछ नया लेकर आने की कोशिश करूंगी क्योंकि हर किसी ने अब मेरा खेल देख लिया है और इसलिए अब मुझे कुछ नया करने की जरूरत है।'

सिंधु वर्ल्ड चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने वाली पहली भारतीय हैं। सिंधु इससे पहले विश्व चैंपियनशिप में 2 रजत और 2 कांस्य जीत चुकी थीं। विश्व चैंपियनशिप जीतने के बाद सिंधु ने कहा था कि वह इस सपने का लम्बे समय से पीछा कर रही थीं और अब जाकर उनकी मनोकामना पूरी हुई है।

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