भारत को फ्रांस में मिला पहला रफाल विमान
पेरिस
भारतीय वायुसेना के सूत्रों के मुताबिक, एयरफोर्स ने पहला रफाल जेट रिसीव कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, गुरुवार को फ्रांस में भारतीय वायुसेना ने रफाल बनाने वाली कंपनी दसॉ एविएशन से पहला रफाल जेट रिसीव किया। आपको बता दें कि रफाल डील में हुए कथित घोटाले को लेकर इसपर भारत में जमकर राजनीति होती रही है।
सूत्रों के मुताबिक, इस दौरान डेप्युटी एयर फोर्स चीफ मार्शल वी आर चौधरी मौजूद रहे। बताया गया कि वी आर चौधरी ने खुद भी रफाल विमान को लगभग एक घंटे तक उड़ाया। मीटिओर मिसाइल से लैस रफाल की मारक क्षमता पाकिस्तानी लड़ाकू विमानों से कहीं अधिक है। इसके अलावा SCALP से पड़ोसी देश का लगभग हर इलाका इन विमानों की रेंज में होगा। वायु सेना लंबे समय से रफाल का इंतजार कर रही है क्योंकि उसके रूस में निर्मित कई लड़ाकू विमान रिटायर हो चुके हैं।
डिलिवरी लेने जा सकते हैं रक्षामंत्री राजनाथ सिंह
सूत्रों के मुताबिक, अक्टूबर में आधिकारिक कार्यक्रम में रफाल भारत कौ सौंपा जाएगा। इस दौरान रक्षामंत्री राजनाथ सिंह और एयर चीफ मार्शल भी मौजूद रहेंगे। 2016 में लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस के बाद वायुसेना के बेड़े में शामिल होने वाला यह पहला लड़ाकू विमान होगा। अक्टूबर में फ्रांस में होने वाले इस समारोह में राजनाथ सिंह, फ्रांस की रक्षामंत्री फ्लोरेंस पार्ली और दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारियों के शामिल होने की उम्मीद है।
रफाल विमानों के परीक्षण और ट्रेनिंग के लिए लिए भारतीय पायलट इन्हें फ्रांस में कम-से-कम 1,500 घंटे उड़ाएंगे। उड़ान के दौरान रफाल विमान SCALP मिसाइल से लैस होंगे, जो 300 किलोमीटर की रेंज में जमीन पर वार कर सकती है। ट्रेनिंग और परीक्षण पूरा होने के बाद रफाल को वायुसेना के अंबाला बेस में लाया जाएगा।