भारत कब कराएगा चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग, PMO के मंत्री ने बताया समय

नई दिल्ली
साल 2019 में भारत ने चंद्रयान-2 का प्रक्षेपण किया था. विक्रम लैंडर को चांद पर लैंड कराने की कोशिश की गई. सबकुछ योजना के मुताबिक ही चल रहा था, लेकिन चांद की सतह से महज कुछ ऊपर विक्रम निर्धारित मार्ग से भटक गया और सॉफ्ट लैंडिंग की यह कोशिश विफल रही. विक्रम की चांद पर लैंडिंग के ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिए इसरो मुख्यालय में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उस वक्त वैज्ञानिकों का उत्साह बढ़ाते हुए कहा था कि सरकार और पूरा देश आपके साथ खड़ा है.

अब भारत एक बार फिर चंद्रमा पर यान भेजने की तैयारी में है. मंगलवार को राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि चंद्रयान-3 नए साल यानी 2020 में चंद्रमा पर भेजा जाएगा. प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री ने कहा कि 2020 में चंद्रयान-3 की लैंडिंग कराई जाएगी. उन्होंने अतीत का जिक्र करते हुए कहा कि किसी भी देश ने पहले ही प्रयास में चांद पर सॉफ्ट लैंडिंग नहीं किया है. हम भी कोशिश कर रहे हैं.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चंद्रयान-3 काफी इकोनॉमिकल रहेगा. मंगल मिशन से हमें काफी फायदा हुआ है. उन्होंने गगन यान की चर्चा करते हुए कहा कि इसे 2022 के आसपास भेजा जा सकता है. इसरो के योगदान की सराहना करते हुए जितेंद्र सिंह ने कहा कि इसरो आज गृह मंत्रालय, रेल मंत्रालय और मानव संसाधन विकास मंत्रालय को सैटेलाइट के जरिए लाभ पहुंचा रहा है.

केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि काकरापार-3 गुजरात साल 2020 में शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि गोरखपुर और हरियाणा में भी हम एटॉमिक पावर यूनिट शुरू करेंगे, जो दिल्ली के पास है. उन्होंने नॉर्थ ईस्ट, जम्मू कश्मीर और लद्दाख के हालात पर भी बात की और कहा कि इन क्षेत्रों पर हमारा फोकस रहा है. वहीं डीओपीटी के सचिव सी चंद्रमौली ने कहा कि जम्मू कश्मीर केंद्रशासित प्रदेश में हमने नवंबर माह में गुड गवर्नेंस को लेकर दो दिवसीय सेमिनार आयोजित किया था. नॉर्थ ईस्ट में भी रीजनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई.

डीओपीटी के सचिव ने इस साल की उपलब्धियां गिनाईं और कहा कि इस साल लोकपाल की नियुक्ति की गई. आरटीआई अमेंडमेंट बिल पारित कराया गया. उन्होंने दावा किया कि पब्लिक ग्रीवेंस के लिए पोर्टल में काफी सुधार किया गया है. मालदीव, बांग्लादेश के साथ ही अफ्रीकी देशों के सिविल सर्वेंट को ट्रेनिंग दी गई. असिस्टेंट सेक्रेटरी के ट्रेनिंग प्रोग्राम को बेहतर किया गया. चंद्रमौली ने कहा कि मंगोलिया और मालदीव के साथ एमओयू पर भी हस्ताक्षर किया गया.

उन्होंने कहा कि पेंशन को लेकर भी हमने काफी काम किया. इसको लेकर हमने कई रिव्यू की. हमने पेंशनर के लिए भी ई प्रमाण लाया. डीओपीटी के सचिव ने कहा कि सिविल सेवा के अधिकारियों की ट्रेनिंग के लिए भी हमने काफी काम किया. सिविल सर्वेंट की इंटरनेशनल ऑनलाइन ट्रेनिंग को लेकर भी काफी काम किया गया.

परमाणु ऊर्जा मंत्री के ओएसडी श्रीकृष्ण गुप्ता ने कहा कि न्यूक्लियर KGS 1 प्रोजेक्ट को हमने 952 दिन में पूरा किया. उन्होंने कहा कि यह कोशिश की जा रही है कि नए साल से हम हर साल एक न्यूक्लियर रिएक्टर बनाएंगे. गुप्ता ने कहा कि कैंसर और टीबी के डिटेक्शन के लिए भी हम काम कर रहे हैं.

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