भाजपा की रणनीति: राजनीति से दूर रहे नेता बन सकते हैं राज्यपाल

नई दिल्ली 
चुनावी राजनीति से दूर रहे भाजपा के राष्ट्रीय व राज्यों के प्रमुख नेताओं को राज्यपाल बनाया जा सकता है। इस साल लगभग एक दर्जन राज्यों के राज्यपालों का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इनमें पांच राज्यपालों का कार्यकाल जुलाई में समाप्त होने जा रहा है। .

नए राज्यपालों के लिए जिन नामों की चर्चा है उनमें कलराज मिश्र, सुमित्रा महाजन, भगत सिंह कोश्यारी, करिया मुंडा, विजया चक्रवर्ती, बंडारू दत्तात्रेय प्रमुख हैं। जुलाई में उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, गुजरात के राज्यपाल ओपी कोहली, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी, त्रिपुरा के राज्यपाल कप्तान सिंह, नगालैंड के राज्यपाल पद्मनाभ आचार्य शामिल हैं। अगस्त 2019 में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा व महाराष्ट्र के राज्यपाल सी विद्यासागर राव का कार्यकाल भी पूरा हो जाएगा। 
 
सितंबर में केरल के राज्यपाल पी सदाशिवम, कर्नाटक के राज्यपाल वजुभाई वाला व राजस्थान के राज्यपाल कल्याण सिंह का कार्यकाल पूरा होगा। सूत्रों के अनुसार एक-दो को छोड़कर अन्य किसी राज्यपाल को दूसरा कार्यकाल मिलने की संभावना नहीं है। 

वरिष्ठ नेताओं को जगह : सूत्रों के अनुसार, नए बनने वाले राज्यपालों में कुछ तो पार्टी के प्रमुख नेता होंगे और कुछ सामाजिक समीकरणों के अनुसार विभिन्न क्षेत्रों के विशिष्ट व्यक्तियों को भी राज्यपाल बनाए जाने की संभावना है। इनमें पूर्व केंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र व पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन, उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री बंडारू दत्तात्रेय व पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष करिया मुंडा प्रमुख हैं। भाजपा के सहयोगी दल शिवसेना, अकाली दल व जदयू भी अपने कुछ नेताओं को राज्यपाल बनाए जाने के लिए नाम आगे बढ़ा सकते हैं। 
 
लंबे समय से राज्यपाल हैं नरसिम्हन
आंध्र प्रदेश व तेलंगाना के राज्यपाल ईएलएस नरसिम्हन 2007 से लगातार राज्यपाल हैं। दो साल छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रहने के बाद वे आंध्र प्रदेश के नौ साल से ज्यादा समय व तेलंगाना के पांच साल से ज्यादा समय से राज्यपाल हैं। तेलंगाना का अतिरिक्त चार्ज है। टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू की पसंद होने से नरसिम्हन मोदी सरकार के समय भी राज्यपाल बने रहे। हालांकि अब उनको हटाए जाने की संभावना है। दो और राज्यपालों के पद रिक्त हो सकते हैं। छत्तीसगढ़ के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार मध्य प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के पास है। इसी तरह से मिजोरम का अतिरिक्त चार्ज असम के राज्यपाल जगदीश मुखी के पास है। वहां पर भी नए राज्यपाल की नियुक्ति की जानी है। .

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *