भभुआ में 50 हजार रुपये रिश्वत लेते सरकारी कर्मी गिरफ्तार
भभुआ
अनुकंपा पर नौकरी व पेंशन दिलवाने के नाम पर लिए गए 50 हजार रुपए घूस के साथ कैमूर पुलिस ने शनिवार को एक सरकारी कर्मी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अमरनाथ बक्सर जिले के मुरार गांव का निवासी है। उसने उक्त कार्य को कराने के लिए अधौरा के भड़ेहरा गांव की पीड़िता गुलटिया कुंअर से 2.30 लाख रुपयों में सौदा तय किया था। लेकिन, शनिवार को गुलटिया ने अमरनाथ को 50 हजार रुपए दी थी। उसने हिम्मत दिखाते हुए घूस में लिए रुपयों के बाबत एसपी से शिकायत की। एसपी ने बिना देर किए पुलिस टीम को भेजकर भारतीय स्टेट बैंक की भभुआ शाखा से गिरफ्तार करा लिया।
लोक स्वास्थ्य अभियंत्र विभाग के कर्मी अमरनाथ की गिरफ्तारी के बाद पुलिस अधीक्षक दिलनवाज अहमद ने प्रेसवार्ता कर मामले का भंडाफोड़ किया। उन्होंने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर नगर थाना के सब-इंस्पेक्टर संजीव मुरमुर व हेमंत कुमार सिंह को तत्काल स्टेट बैंक में भेजा गया। उक्त पुलिस अफसरों के साथ गई पुलिस टीम ने 50 हजार रुपयों के साथ अमर को गिरफ्तार किया और उसे लेकर नगर थाना पहुंचे। एसपी के निर्देश पर अमर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।
नगर थाना में दर्ज कराए गए मुकदमा में गुलटिया द्वारा कहा गया है कि उसके पति जगदीश सिंह की मृत्यु 30 नवंबर 2017 को हो गई थी। वह लोक स्वास्थ्य प्रमंडल की यांत्रिक इकाई सासाराम में काम करते थे। पति की मृत्यु के बाद वह सासाराम आफिस में गई, जहां अमरनाथ से मुलाकात हुई। अमर ने अनुकंपा पर नौकरी व पेंशन दिलवाने के लिए 2.30 लाख रुपए में बात तय की थी। शनिवार को उसने उससे 50 हजार रुपया लिया और बोला कि सब काम करा देंगे।
महिला से छिन ली पासबुक
आवेदन में गुलटिया ने लिखा है कि पति की मृत्यु के दो साल के बाद उसके बैंक खाता में कुछ पैसा आया तो अमर ने उसकी पासबुक छिन ली और कहा कि मुझे 1.80 हजार रुपए और चाहिए। वह उसके बेटे भीम सिंह के मोबाइल पर बार-बार फोन कर धमकी दे रहा है कि पैसा दे दो नहीं तो अच्छा नहीं होगा। शनिवार को अमर ने गुलटिया को बैंक से पैसा निकालने के लिए बुलाया था। उसका सारा कागज व पासबुक अमर के ही पास है। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार कर्मी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। उसे जेल भेजा जाएगा।
देखते रह गए बैंककर्मी व उपभोक्ता
पुलिस अफसरों के साथ जवानों को बैंक परिसर में देख उपभोक्ता सहम गए। जब पुलिस ने वहां मिले अमर को गिरफ्तार किया तो बैंककर्मी यह देख अवाक रह गए। वह यह नहीं समझ पा रहे थे कि गिरफ्तार व्यक्ति किस जुर्म का आरोपित है। उपभोक्ता आपस में यह चर्चा करने लगे कि उसने किसी बड़ी घटना को अंजाम दिया होगा। पुलिस को इसके बैंक में आने की भनक मिली होगी, इसलिए वह यहां से गिरफ्तार कर ले गई। हालांकि बाद में बैंककर्मियों को पता चला कि भ्रष्टाचार के आरोप में उसे गिरफ्तार किया गया है।