बड़े निजी अस्पतालों की मदद ले सकती है सरकार

रायपुर
कोरोना के चलते आपातकालीन स्थिति से निपटने राज्य सरकार यहां सरकारी के साथ बड़े निजी अस्पतालों की भी मदद ले सकती है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों  के साथ हाल ही में कुछ निजी अस्पताल संचालकों की एक बैठक हुई। इस दौरान इलाज-जांच के लिए निजी अस्पतालों की मदद लेने पर विचार किया गया। आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड इस संबंध में नीतिगत निर्णय लेते हुए एक प्रस्ताव राज्य सरकार को देने की तैयारी में है, ताकि निजी अस्पतालों का उचित उपयोग हो सके।

इटली, स्पेन समेत भारत के कई जगहों पर कोरोना के संदिग्ध मरीजों बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां भी सरकार ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। हेल्थ अफसरों के साथ अलग-अलग स्तर पर बैठक कर आपातकालीन स्थिति में इस महामारी से निपटने पर चर्चा की जा रही है। इस बीच सरकारी के साथ निजी अस्पतालों की मदद लेने पर भी विचार किया जा रहा है।जानकारी के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों, निजी अस्पताल संचालकों के साथ बैठक कर उनके यहां उपलब्ध इलाज और जांच सुविधाओं की जानकारी ले रहे हैं। उनसे किसी भी तरह से समन्वय बनाने का प्रयास कर रहे हैं। कुछ बड़े अस्पताल संचालकों से ज्यादा बेड उपलब्ध करा उसे आइसोलेशन वार्ड  बनाने पर चर्चा हो रही है। अंबेडकर अस्पताल में भी आइसोलेशन वार्ड की संख्या और बिस्तर बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है, ताकि ज्यादा से ज्यादा मरीजों की भर्ती कर उनका इलाज किया जा सके।

आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. राकेश गुप्ता का कहना है कि सरकार की कुछ निजी अस्पताल संचालकों के साथ एक-दो बैठक हुई है। बैठक में कोरोना के चलते आपातकालीन स्थिति से निपटने निजी अस्पतालों की मदद लेने पर विचार किया गया। उन्होंने बताया कि आईएमए हॉस्पिटल बोर्ड से जुड़े निजी अस्पताल संचालकों की अपने स्तर पर एक बैठक हुई है। बैठक में निजी अस्पतालों में उपलब्ध इलाज-जांच सुविधा को लेकर सुलझा हुआ एक नीतिगत निर्णय लिया गया। निजी अस्पताल संचालक आजकल में राज्य सरकार को अपना सुझाव पेश करेंगे, ताकि ऐसे विषम समय में उनके अस्पतालों का उचित उपयोग हो सके।

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