बैडमिंटन: सात्विक और चिराग की ऐतिहासिक सफलता, जीता थाईलैंड ओपन

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भारत के सात्विकसाईंराज रैंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने रविवार को यहां ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए प्रतिष्ठित थाईलैंड ओपन के पुरुष युगल वर्ग का खिताब अपने नाम कर लिया। रैंकीरेड्डी और चिराग की जोड़ी ने वर्ल्ड नंबर-2 चीन के ली जुन हुई और लियू यू चेन की जोड़ी को 21-19, 18-21, 21-18 से मात दी। यह मुकाबला 63 मिनट चला।

साईंराज और चिराग की यह सफलता इसलिए काफी मायने रखती है, क्योंकि पहली बार किसी भारतीय पुरुष जोड़ी ने बीडब्ल्यूएफ सुपर 500 टूर्नामेंट का खिताब जीता है। बता दें कि रैंकीरेड्डी और चिराग की जोड़ी ने दक्षिण कोरिया के को सुंग ह्यून और शिन बाएक चेयोल को मात दे फाइनल में जगह बनाई। भारतीय जोड़ी ने दक्षिण कोरियाई जोड़ी को 22-20, 22-24, 21-19 से मात दे खिताबी मुकाबले में कदम रखा। 

भारतीय जोड़ी ने वर्ल्ड नंबर-2 चीन के ली जुन हुई और लियू यू चेन की जोड़ी को 21-19, 18-21, 21-18 से मात दी। यह मुकाबला एक घंटे और दो मिनट तक चला। दोनों जोड़ियों की बीच यह अब तक का दूसरा मुकाबला था। इससे पहले, इसी साल हुए आस्ट्रेलियन ओपन में चीनी जोड़ी ने 21-19, 21-18 से जीत दर्ज की थी। 

फाइनल मैच की शुरुआत भारतीय जोड़ी के लिए शानदार रही। उसने ज्यादा गलतियां न करते हुए पहले गेम में 9-6 से बढ़त बना ली। चीनी खिलाड़ियों ने वापसी करने का प्रयास किया, लेकिन भारतीय जोड़ी ब्रेक तक 11-9 से आगे रही। 

इसके बाद, सात्विक और चिराग ने थोड़ा संयम खोया, जिसके कारण स्कोर 15-15 से बराबर हो गया। हालांकि, भारतीय जोड़ी आगे निकलने में कामयाब रही और चीनी खिलाड़ियों के एक गेम प्वाइंट बचाने के बावजूद 21-19 से जीत दर्ज करते हुए मुकाबले में बढ़त बना ली। 

दूसरे गेम के शुरुआत में भारतीय जोड़ी 5-2 से आगे रही और फिर 11-9 से बढ़त बना ली। इस बार चीनी खिलाड़ी वापसी करने में कामयाब रहे। वे मुकाबले को 14-14 से बराबरी पर ले आए और फिर 21-18 से जीत दर्ज करते हुए मैच को रोमांचक बना दिया। 

चीनी जोड़ी के लिए तीसरे गेम की शुरुआत दमदार रही। उसने 5-2 से बढ़त बनाई, लेकिन भारतीय खिलाड़ी वापसी करने में कामयाब रहे और मुकाबले को 14-14 से बराबरी पर ला खड़ा किया। इसके बाद, पूरे मुकाबले सात्विक और चिराग की जोड़ी कभी पीछे नहीं हुई और इतिहास रच दिया। 

सेमीफाइनल मैच जीतने के बाद चिराग ने कहा था, “मुझे लगता है कि हम दोनों पहले से कहीं ज्यादा शांत हुए हैं और यह बहुत बड़ा सुधार है। दूसरे गेम में हमारे पास दो मैच प्वाइंट थे। हम निणार्यक अंक को काफी आसानी से अपने नाम करने में सफल रहे क्योंकि हम धैर्य के साथ खेल रहे थे। हम अंक लेने की जल्दबाजी में नहीं थे।”

उन्होंने कहा, “मैच का आखिरी अंक सबसे अहम था क्योंकि सेमीफाइनल में शिन/को की जोड़ी को हराना आसान बात नहीं है क्योंकि वह लोग ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्हें हमने अतीत में अच्छा करते हुए देखा है।”

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