बैटरी होती थी जल्द डिस्चार्ज, बुढ़ापे में इस शख्स ने जुगाड़ से बनाई सोलर ई-रिक्शा
धमतरी
आजकल बैटरी (Battery) से चलने वाले ई-रिक्शा की संख्या तेजी से बढ़ रही है. लेकिन बैटरी अचानक खत्म हो जाए तो ये रिक्शा बोझ हो जाता है. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के धमतरी (Dhamtari) जिले के ई रिक्शा (E-Rickshaw) चालक ने इस समस्या की संभावना को ही खत्म कर दिया वो भी अनोखे जुगाड़ से. अब कैलाश तिवारी का रिक्शा कही नहीं रुकता, क्योंकि बैटरी डिस्चार्ज होती ही नहीं. इन्होंने अपनी रिक्शे के ऊपर एक सोलर प्लेट इंस्टॉल (Solar Plate) करवा दिया है जिससे लगातार बैटरी लगाताक चार्ज होता रहता है. कैलाश तिवारी ने बुढ़ापे में सोलर ई-रिक्शा बनाकर एक अच्छा उदाहरण पेश किया है.
67 साल के कैलाश तिवारी ई-रिक्शा चला कर अपना परिवार पालते हैं. रिक्शे की बैटरी जब धोखा देने लगती तो बड़ी मुसीबत खड़ी हो जाती थी. कैलाश के लिए बुढ़ापे में रिक्शा खींचना एक सजा जैसी हो जाता था. सवारी भी नहीं मिलती थी. कैलाश के सामने परिवार का खर्च निकालने के रास्ते बंद होने लगे थे. कैलाश तिवारी मजबूरी में फंसने लगे. इस उम्र में कोई नया काम भी नहीं भी वे नहीं ढूंढ सकते थे तब उनके दिमाग में एक नया विचार आया
कैलाश ने रिक्शा को सोलर पावर से जोड़कर चलाने का जुगाड़ सोचा. इसके लिए उन्होंने क्रेडा से संपर्क किया और इंटरनेट खंगाला. फिर उन्होंने एक जुगाड़ ढूंढ लिया. आईडिया ये मिला कि रिक्शे की छत पर सोलर प्लेट लगाने से बैटरी लगातार चार्ज होती रहेगी और रिक्शा कही रुकेगा भी नहीं. कैलास तिवारी का ये आईडिया काम कर गया. अब वो बेफिक्र होकर घर से निकलते हैं. जहां दूसरे रिक्शा वालों को लगातार बैटरी खत्म होने का डर रहता है. वहीं तिवारी जी को इस बात की तनिक भी चिंता नहीं रहती. इससे सीधे सीधे उनकी सेहत और कमाई दोनों को लाभ हुआ है.
सोलर ई-रिक्शा बनाने में कैलाश को 40 हजार रूपये लगे. बुजुर्ग चालक ने इसके लिए कर्ज लिया और अपनी रिक्शा पर सोलर प्लेट लगवा लिया. इस जुगाड़ से बैटरी खत्म होने का रिस्क तो खत्म हो गया और कमाई भी बढ़ गई. आज जब ये रिक्शा धमतरी में दौड़ती है तो लोग कौतूहल से उसे देखते है और पूछते हैं कि ये कैसे किया. ये आईडिया अब दूसरे रिक्शा चालकों को भी लुभा रहा है.
कैलाश तिवारी खुद बताते हैं कि अब उन्हें बार-बार रिक्शा को चार्ज नहीं करना पड़ता. एक बार घर से फुल चार्ज कर के निकलते हैं तो सारा दिन रिक्शा चलता है. दूसरे रिक्शा चालक रोजाना इसके बारे में मुझसे जानकारी मांगते हैं.