बीजेपी संसदीय बोर्ड की बैठक आज, आडवाणी-जोशी के टिकट पर फैसला संभव

 
नई दिल्ली     

लोकसभा चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी (BJP) की संसदीय बोर्ड की शुक्रवार को बैठक होने जा रही है. इस बैठक में लोकसभा चुनाव की तैयारियों और पार्टी के प्रचार अभियान का जायजा लिया जाएगा. भारतीय जनता पार्टी के एक नेता ने बताया कि साल 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर होने वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पार्टी अध्यक्ष अमित शाह भी शामिल रहेंगे.

भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर की गई एयर स्ट्राइक को लेकर जारी आरोप-प्रत्यारोप के बीच भारतीय जनता पार्टी की यह बैठक सामने आ रही है. सत्तारूढ़ बीजेपी और कांग्रेस समेत समूचे विपक्ष के बीच बालाकोट एयर स्ट्राइक को लेकर तीखी बयानबाजी चल रही है. कुछ विपक्षी नेताओं ने एयर स्ट्राइक पर सवाल उठाए हैं और मोदी सरकार से सबूत मांगे हैं.

बीजेपी के एक नेता ने बताया कि इस बैठक में पार्टी का शीर्ष नेतृत्व विभिन्न मुद्दों पर मंथन करेगा, ताकि आने वाले दिनों में पार्टी के एजेंडे को लेकर चुनाव प्रचार अभियान को तेज किया जा सके. साथ ही विपक्षी दलों से निपटने की रणनीति दुरुस्त की जा सके. आपको बता दें कि चुनाव आयोग अगले कुछ दिन में लोकसभा चुनावों के कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है.

यह बैठक बीजेपी मुख्यालय में होगी. साल 2019 के लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी संसदीय बोर्ड की यह पहली बैठक है. इस बैठक में यह भी तय हो सकता है कि बीजेपी के दिग्गज नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, शांता कुमार और मेजर जनरल बीसी खंडूरी को लोकसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा या नहीं.

सूत्रों की मानें तो पार्टी यह फैसला ले सकती है कि इन वरिष्ठ नेताओं को चुनाव लड़वाने की जगह आरआरएस के साथ सलाह मशविरा करने में लगाया जाएगा, ताकि इनको लुटियन जोन में आवास मिला रहे. इस बैठक में राज्यसभा के मौजूदा सांसदों और विधायकों को टिकट देने या न देने पर भी फैसला लिया जा सकता है.

वहीं, लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बीजेपी ने अपने सभी मौजूदा सांसदों से रिपोर्ट कार्ड मांगा है. इसके लिए पार्टी की ओर से बाकायदा फॉर्म जारी किया गया है. पार्टी आलाकमान ने अपने सांसदों को फॉर्म भरने के लिए दिया गया है, जिसमें उनको अपने 5 साल के कार्यकाल का पूरा लेखा-जोखा का विवरण देना होगा. इस फॉर्म में सांसदों को यह बताना होगा कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र में पिछले पांच साल में कौन-कौन से विकास कार्य किए.

इन सांसदों को अपने संसदीय क्षेत्र में राज्य सरकार की ओर से संचालित की गई सबसे सफल 5 योजनाओं का भी ब्यौरा देना होगा. इसके अलावा इन सांसदों को अपने क्षेत्र के शहीदों की जानकारी भी देनी होगी. इस फॉर्म में सांसदों से यह भी बताने को कहा गया है कि उनके क्षेत्र में सबसे ज्यादा ताकतवर विपक्षी दल कौन सा है?

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