बिहार में वांछित माओवादी बच्चा वाराणसी से गिरफ्तार, एटीएस ने लंका से पकड़ा

वाराणसी 

एटीएस की वाराणसी इकाई ने शुक्रवार को बिहार में वांछित माओवादी बच्चा प्रसाद को गिरफ्तार कर लिया। एटीएस ने लंका क्षेत्र के छित्तूपुर से किराये के मकान से उसकी गिरफ्तारी की। उसे पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। बच्चा प्रसाद बिहार के सारण जिले के एकमा थाने के तिलकार का रहने वाला है। उसकी दो घटनाओं में संलिप्तता पायी गयी है।

बच्चा प्रसाद पर आरोप है कि वह बिहार के सरैया थाने के रेवा गांव में नीरज सिंह की चिमनी पर विस्फोट में शामिल रहा। वहां से भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद हुआ था। इसके अलावा रेवा गांव में ही गंडक नदी के किनारे शहीदी सप्ताह मनाये जाने के दौरान माओवादी साहित्य बरामद किया गया था। यहां बच्चा प्रसाद की संलिप्तता सामने आई। इसके बाद वह फरार चल रहा था। इस पर बिहार पुलिस ने एटीएस से संपर्क किया था। यूपी एटीएस को सूचना मिली कि बच्चा वाराणसी में किराये के मकान में रह रहा है। छित्तूपुर में उसके होने की जानकारी पर एटीएस पहुंची और उसे गिरफ्तार कर बिहार पुलिस को सौंप दिया। 

बना रहा था नया डेमोक्रेटिक संगठन 
बच्चा प्रसाद साल 2008-09 में यूपी में सीपीआईएम की स्टेट ऑर्गनाइजिंग कमेटी का प्रभारी था। साल 2010 में कानपुर से आठ साथियों के साथ आंध्र प्रदेश पुलिस व यूपी एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। साल 2016 में वह जमानत पर छूटा। साल 2018 में बिहार की एक अन्य माओवादी घटना में गिरफ्तार किया गया। इस समय बिहार के दो मुकदमो में वांछित था। वह नया डेमोक्रेटिक संगठन बनाने के लिए सक्रिय था।

तेलंगाना और विशाखापत्तनम में भी मुकदमे
बच्चा प्रसाद पर तेलंगाना के करीमनगर, विशाखापत्तनम समेत अन्य जगहों पर भी कई मुकदमे दर्ज हैं। बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सरैया, यूपी के कानपुर में नक्सली गतिविधियों को लेकर मुकदमे पंजीकृत हैं। 

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