बारिश के पहले हर साल होता है मेंटनेंस, किए जाते हैं लाखों रुपए खर्च फिर भी होती है बार बार बत्ती गुल
विदिशा
बिजली कंपनी बारिश के पहले हर साल बिजली के तारों व ट्रांसफार्मरों का मेंटनेंस करती है ताकि बारिश के दौरान करंट को फैलने से रोका जा सके। इसके लिए कई दिनों तक कई घंटों तक बिजली की सप्लाई को बंद कर दिया जाता है और मेंटनेंस पर लाखों रुपए खर्च कर दिए जाते हैं लेकिन धरातल पर मेंटनेंस नजर नहीं आता। अब जबकि बारिश का दौर शुरू हो गया है तो ऐसे में बार बार बिजली गुल हो रही है। और शहर के करीब एक दर्जन से ज्यादा इलाकों में डीपी खुली हुई पड़ी हैं, जो हादसे का सबब बन सकती हैं। बरईपुरा इलाके में एक बच्ची ने गलती से डीपी से जुड़े तार खींच दिए जिससे इलाके की बत्ती गुल हो गई और बच्ची भी हादसे का शिकार होते होते बची।
शहर में एक दर्जन डीपी ऐसी हैं जो बेहद नीचे लगाई हैं और इसके बॉक्स की दरवाजे भी खुले हुए हैं, जिसके चलते तार बाहर लटकते हुए नजर आते हैं। शहर की अहिरंत विहार कॉलोनी, नंदवाना रोड, शिवाजी चौक, रामलीला बिजली दफ्तर के बाहर लगी बिजली की डीपी बेहद नीचे है और इनमें दरवाजे भी नहीं लगे हुए हैं।
तलैया मोहल्ले में कई जगह पर बिजली की डीपी लगी हुई हैं, जिनमें न तो सुरक्षा के इंतजाम हैं और न ही इनको ऊपर फिट किया गया है। तेज बारिश होती है तो बारिश का पानी इन डीपीयों तक आसानी से पहुंच जाता है। जिसके चलते करंट फैलने की आशंका भी बनी रहती है। इलाके के लोग कई बार बिजली कंपनी में इस बात की शिकायत भी कर चुके हैं। इसके बाद भी इनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है। इस क्षेत्र के रहने वाले लोग बारिश के दौरान इस बात की फिक्र में रहते हैं कि कहीं घरों में करंट न फैल जाए जबकि इस साल भी बारिश के पहले बिजली कंपनी ने करीब एक महीने तक लाईन के रखरखाव के लिए रोजाना अलग अलग इलाकों में 5 से 6 घंटे की बिजली कटौती की गई थी। इसके बाद भी रोजाना कई बार कई घंटों के लिए बिजली गुल हो रही है। इस मामले में बिजली कंपनी के अधिकारियों से चर्चा की जाती है तो उनका जबाब संतोषजनक नहीं होता है। शनिवार को भी दिन व रात में कई बार बिजली गुल हुई। वहीं रविवार को भी दिन में कई बार अघोषित रूप से बिजली की कटौती की गई।