बारिश के जल से भरे खेत-खलिहान, खिले किसानों के चेहरे

 गोरखपुर

गोरखपुर समेत उत्तरी पूर्वांचल के सभी जिलों में शुक्रवार की आधी रात से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है। गोरखपुर में प्री-मानसून बारिश के दौरान 24 घंटे में हुई 45 मिमी बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। लोगों को न केवल गर्मी से राहत मिली, बल्कि किसानों में धान की खेती को लेकर चिंता भी कम हुई है। बारिश न होने से धान की रोपाई को लेकर हिचक रहे 20 फीसदी किसान अब बेहन डालने की तैयारी में जुटे गए हैं। दूसरी ओर मक्का, उर्द, मूंग, अरहर की बुआई के लिए भी किसान कमर कसने लगे हैं। 

शुक्रवार की रात से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला शनिवार की रात तक रुक-रुक कर जारी था। 24 घंटे में 45 मिमी बारिश से ताल-तलैया छोड़ खेतों में भी पानी खड़ा हो गया है। जिला कृषि अधिकारी अरविंद कुमार चौधरी कहते हैं कि जिले में समर्थ किसान अब तक धान की बेहन डाल चुके थे। तकरीबन 20 फीसदी किसान असमंजस में थे कि बारिश नहीं होगी तो फसल भी नहीं होगी लेकिन शुक्रवार से हुई बारिश के बाद वे भी उत्साहित है। उन्होंने धान की रोपाई के लिए  बेहन डालने की तैयारी कर ली है। दूसरी ओर ऐसे किसान जो अब तक खेत की जुताई नहीं कर पाए थे। वह पानी सूखते ही जुताई कर खेतों को तैयार कर लेंगे। मुंगफली, अरहर, मक्का, उर्द, मूंग समेत खरीफ की अन्य फसलों की बुआई का कार्य शुरू हो जाएगा। 
धान की नर्सरी में अब ज्यादा पानी नहीं चलाना पड़ेगा
चौरीचौरा हिन्दुस्तान संवाद के मुताबिक शुक्रवार की रात से शुरू बारिश शनिवार को भी जारी रही। ऐसे किसान जो खेतों की जुताई नहीं कर पाए थे। रोपाई के लिए खेत तैयार करने में दिक्कत हो रही थी। अब खेत का पानी उतरते ही जुताई कर रोपाई के लिए खेत तैयार करने की योजना बना रहे हैं। सरैया के किसान अयोध्या प्रसाद ओझा, नंदलाल यादव, सुधीर उपाध्याय, आमकोल के गोरखनाथ यादव, बरईपार के मणिकांत पांडेय, रामसिंह, बिलारी के महेन्द्रनाथ पांडेय के मुताबिक यह बारिश उनके लिए सोना है। धान की नर्सरी में ज्यादा पानी नहीं चलाना पड़ेगा।
बारिश से किसानों को मिली दोहरी खुशी
कैम्पियरगंज हिन्दुस्तान संवाद के मुताबिक किसान देवेन्द्र सिंह, रामलक्षन, गणेश, रामसुभग कहते हैं कि उन्हें बारिश ने दोहरा लाभ दिया है। एक तो तापमान कम हो जाने से गर्मी उनके साथ पशुओं को भी राहत मिली है। धान की नर्सरी भी अब जल्द तैयार होगी। रोपाई के लिए खेत भी जल्द तैयार होंगे। अब जुताई भी सहज हो जाएगी। सब्जियों का उत्पादन करने वाले किसान कहते हैं कि बारिश के कारण उनकी बागवानी की फसलों की पैदावार बढ़ जाएगी। 
बारिश नहीं अमृत बरसा
पिपराइच संवाद के मुताबिक जगपुर गांव के किसान सूर्यभान सिंह, घामू, उदयभान सिंह कहते हैं कि गन्ना का विकास अब तेज होगा, धान की रोपाई के लिए भी खेत जल्द तैयार कर पाएंगे। खेतों में ठीक-ठाक पानी खड़ा है, इससे खेतों को जल्द तैयार करने में मदद मिलेंगी। 
भटहट संवाद के मुताबिक क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है। आज जनजीवन को गर्मी से राहत मिली ही, किसान महमूद अली, भगवानदास, संजय सिंह, चंद्रभान, सुरेन्द्र के लिए यह बारिश अमृत की तरह है। 
खेत-पोखरे सब लबालब
बड़हलगंज संवाद के मुताबिक क्षेत्र रात 11.30 बजे से बारिश हुई जिसके कारण ताल, पोखरे, खेत लबालब हो गए। किसानों के चेहरे बारिश के बाद खिल गए हैं।  पैकौली के प्रगतिशील किसान रविन्द्र राय, फरसाड़ के हरि किशोर राय व पटना के गौरी शंकर सिंह कहते हैं कि खेतों में बेहन डालने की तैयारी शुरू कर दी है। 

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