बाढ़ में फंसा ‘तूफान’, खतरे में पड़ी 20 जिंदगियां, ऐसे बची जान
सागर
मध्यप्रदेश में मानसून फिर से सक्रिय हो गया है। पिछले 48 घंटों से प्रदेशभर में झमाझम बारिश हो रही है। नदियों खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, वही जगह जगह से लोगों के फंसने और डूबने की खबरे सामने आ रही है। ताजा मामला सागर से सामने आया है जहां ड्राइवर की लापरवाही से उफनते नाले में यात्रियों से भरा तूफान वाहन बीच पानी में फंस गया।गाड़ी में करीब 20 सवारियां बैठी थी,धीरे-धीरे जीप पानी में डूबने लगी ऐसे में राहत-बचाव टीम के आने से पहले ही गांववाले आगे आए और लोगों की जान बचाई। वही सवारियाें ने साहस दिखाते हुए गाड़ी से उतरकर एक-दूसरे का हाथ थामा और पुल पार कर सड़क तक पहुंचे। सवारियाें मेंं महिलाएं, बच्चे भी थे।
मामला मंगलवार दोपहर मालथौन इलाके में दरी गांव का है। यहां दाेपहर 2 बजे मालथाैन में बराेदियाकलां-धामाेनी मार्ग पर दरी तिराहा के पास जामुनी नदी के पुल पर बाढ़ आ जाने से एक तूफान वाहन बीच में फंस कर बंद हाे गया। गाड़ी में करीब 20 सवारियां बैठी थी। पुल पर पानी लगातार बढ़ रहा था, जिससे सभी घबरा गए लेकिन सवारियाें ने साहस दिखाते हुए गाड़ी से उतरकर एक-दूसरे का हाथ थामा और पुल पार कर सड़क तक पहुंचे। सवारियाें मेंं महिलाएं, बच्चे भी थे। सड़क के दूसरी और खड़े लाेग चिल्लाकर ढांढस बंधा रहे थे। गांव वालाें ने पुल के किनारे पर सवारियाें काे निकालने में मदद की। बाद में ट्रैक्टर से रस्सी बांधकर गाड़ी काे भी बाहर निकाल लिया गया।
बताया जा रहा है कि लोगों ने ड्राइवर को मना किया था बावजूद इसके उसने किसी की एक ना सुनी। उसने कहा कि वहां रास्ता है, वह रोज गुजरता है। लोगों की सुने बगैर वह आगे बढ़ा और सड़क किनारे पानी के बहाव के कारण उसकी मोपेड नाले में गिर गई। युवक भी वाहन के साथ नाले में गिर गया। आसपास खड़े लोगों की सांसें फूल गईं, लोग उसे बचाने दौड़े इसी दौरान युवक पानी में हाथ-पैर चलाते हुए खुद ही बाहर निकल आया। गनीमत रही की वह सकुशल बाहर आ गया, हालांकि उसका वाहन सड़क से करीब 5 फीट गहरे नाले में समा गया।