‘बल्लामार’ बेटे पर बोले विजयवर्गीय- कोर्ट ने अपना काम किया, मुझे कुछ नहीं कहना

नई दिल्ली 
इंदौर से भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश विजयवर्गीय जेल से रिहा होकर बाहर आ चुके हैं. इंदौर नगर निगम के अधिकारी को बल्ले से पीटने के आरोप में आकाश विजयवर्गीय को कोर्ट ने जेल भेज दिया था. शनिवार को जेल की कागजी प्रक्रिया पूरी नहीं होने की वजह से आकाश विजयवर्गीय जेल से बाहर नहीं आ सके थे.

निगम अधिकारी को बल्ले से पीटने पर बीजेपी के वरिष्ठ नेता और आकाश के पिता कैलाश विजयवर्गीय की प्रतिक्रिया आ गई है. कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि कोर्ट ने आकाश को जमानत दी है. मैं इस मामले में कुछ नहीं कह सकता. इस मामले में कोर्ट ने अपना काम किया और कोर्ट ने ही उन्हें जमानत दी है. मुझे इस पर कुछ नहीं कहना. मुझे उस समय की परिस्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं है और अभी मैं बंगाल में हूं.

इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के सांसद बाबुल सुप्रीयो ने भी इस पर प्रतिक्रिया दी है. सुप्रीयो ने कहा कि निश्चित रूप से ऐसा आप नहीं देखना चाहते, लेकिन कहानियों का हमेशा अलग पक्ष भी होता है. कानून अपना काम कर रहा है. एक बड़े भाई के रूप में मैं उन्हें परेशानी में नहीं डालना चाहता. हमें इस मुद्दे का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए.

क्या था पूरा मामला

बता दें कि 26 जून को इंदौर नगर निगम के अधिकारी धीरेंद्र बायस अपनी  टीम के साथ एक जर्जर मकान को ढहाने के लिए पहुंचे थे. स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना इलाके के विधायक आकाश विजयवर्गीय को दे दी. आकाश विजयवर्गीय अपने समर्थकों के साथ तुरंत वहां पहुंच गए और नगर निगम की टीम को बगैर कार्रवाई के लिए जाने को कहा. हालांकि अधिकारियों ने कार्रवाई जारी रखी. इसके बाद वीडियो रिकॉर्डिंग के मुताबिक आकाश ने क्रिकेट बैट से अधिकारी की पिटाई की थी. रिपोर्ट के मुताबिक धीरेंद्र बायस को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *