बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने सरकारी और निजी कालेजों पर तीन करोड़ रुपए की उधारी निकाली

भोपाल 
बरकतउल्ला विश्वविद्यालय ने अपने सीमा में आने वाले आठ जिलों में संचालित होने वाले सरकारी और निजी कालेजों पर तीन करोड़ रुपए की उधारी निकाली है। इसकी वसूली भी शुरू कर दी गई है। उधारी वापस करने के लिए कालेजों ने आनकानी करना शुरू कर दिया है। 

बीयू ने अपने सिस्टम को आनलाइन करने की व्यवस्था जमाना शुरू कर दिया है। इसके पहले चरण में कालेजों के खिलाफ तीन करोड़ की उधारी निकाली गई है। ये उधारी कालेजों की संबद्धता शुल्क पर निकली है। कालेजों ने बीयू से सबंद्धता लेने में काफी गड़बड़ी की है। इसे लेकर बीयू अपने दस्तावेजों परीक्षण भी कर लिया है। यहां तक उनकी उधारी निकालकर वेसबाइट पर डाउनलोड कर दी है। इसे वापस करने के लिए कालेजों ने बहाने तक तैयार कर लिए हैं। यहां तक बीयू पर आरोप प्रत्यारोप लगाने लगे हैं। इसलिए बीयू ने कालेजों से संबद्धता शुल्क संबंधी दस्तावेज तक मांग लिए हैं। जबकि बीयू ने उनके सामने आडिट की रिपोर्ट के साथ अपरे दस्तावेज तक रख दिए हैं। 

बीयू यूजी और पीजी के पारंपरिक और प्रोफेशनलक कोर्स के लिए संबद्धता जारी करता है। इसमें कालेजों को एक कोर्स के साथ वैकल्पिक कोर्स की संबद्धता और निरंतरता जारी करता है। इसमें कालेजों का तर्क है कि उन्होंने वैकल्पिक कोर्स तक की पूरी फीस जमा कर दी है। जबकि कालेजों ने बीए, बीएससी, बीकाम के साथ अन्य प्रोफेशनल कोर्स की संबद्धता की पूरी फीस जमा नहीं की है। उन्होंने आधी अधूरी फीस ही जमा की है, जो पिछले सालों से तीन करोड़ तक पहुंच गई है। 

बीयू में बीएड के करीब एक सैकड़ कालेज संबद्धता लेकर संचालित हो रहे हैं। इसकी उधारी सबसे ज्यादा निकाली गई है। ये कालेज बीएड, एमएड, बीपीएड, एमपीएड, बीएससीबीएड और बीएबीएड कोर्स को संचालित करते हैं। उनके संबद्धता शुक्ल को जमा करने की अंतिम तिथि 28  फरवरी रखी गई है। विलंब शुल्क के साथ वे 15 मार्च तक आवेदन कर सकते हैं। जबकि पारंपरिक कोर्स की अंतिम तिथि 31 जनवरी रखी थी, जो बीत चुकी हैं। वे विलंब शुल्क के साथ 15 फरवरी तक आवेदन कर सकते हैं। 

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