फाइनल का लुत्फ उठाना चाहता हूं: श्रीकांत
नयी दिल्ली
पूर्व चैंपियन और दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी किदांबी श्रीकांत ने कड़े सेमीफाइनल में जीत के बाद कहा कि वह कल होने वाले इंडिया ओपन के फाइनल के बारे में अधिक नहीं सोच रहे और सिर्फ अपने खेल का लुत्फ उठाना चाहते हैं। श्रीकांत ने पुरुष एकल में दुनिया के 30वें नंबर के खिलाड़ी चीन के हुआंग युशियांग के खिलाफ पहला गेम गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए एक घंटा और चार मिनट में 21-16 14-21 19-21 की जीत से दूसरी बार फाइनल में जगह बनाई जहां उनका सामना डेनमार्क के पूर्व विश्व चैंपियन और नंबर एक विक्टर एक्सेलसन से होगा। श्रीकांत को लगातार दूसरे दौर में तीन गेम तक जूझना पड़ा जिसके बाद उन्होंने कहा कि कल भी पहले सेट में मैं जीतने के काफी करीब था लेकिन महत्वपूर्ण अंक हासिल नहीं कर पाया। मुझे हालांकि खुशी है कि मैं तीसरा गेम जीत रहा हूं। मुझे फाइनल में जगह बनाने की खुशी है और अब कल अपने खेल का लुत्फ उठाना चाहता हूं।
श्रीकांत ने कहा कि उन्हें मैच जीतने की खुशी है लेकिन साथ ही स्वीकार किया कि उन्होंने काफी गलतियां की। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि मैं जीत दर्ज करने में सफल रहा। यह काफी करीबी मुकाबला था और अंत में मैं उससे बेहतर खेलने में सफल रहा। श्रीकांत ने कहा कि मुझे तीसरे गेम में लगा कि अब आसानी से जीत जाऊंगा जिसके बाद काफी गलतियां की। 11 अंक के ब्रेक के बाद मैंने उसे काफी अंक आसानी से बनाने दिए। अंत में मैंने रक्षात्मक रवैया अपनाया और प्रत्येक अंक के लिए कड़ी मेहनत करते हुए जीत दर्ज करने में सफल रहा। दूसरी वरीय और ओलंपिक चैंपियन पीवी ंिसधू को महिला एकल में चीन की तीसरी और दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी ही ंिबगजाओ के खिलाफ 55 मिनट में 21-23 18-21 से हार का सामना करना पड़ा। ंिबगजियाओ के खिलाफ 14 मैचों में यह ंिसधू की नौवीं हार है। सिंधू ने मैच के बाद कहा कि उन्होंने काफी गलतियां की जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। अगर गलतियां कम होती को मैच का नतीजा कुछ और हो सकता था। दुनिया की छठे नंबर की इस खिलाड़ी ने कहा कि यह अच्छा मैच रहा लेकिन मैंने अहम मौकों पर गलतियां की। अगर मैं पहला गेम जीत जाती तो शायद स्थिति कुछ और होती। उन्होंने कहा कि इस मैच को कोई भी जीत सकता है। पहले गेम के अंतिम दो अंक में वह भाग्यशाली रही जब दोनों बार शटल नेट से टकराकर मेरी तरफ गिर गई।