फर्रुखाबाद की रीना प्रयागराज में अनामिका के नाम पर कर रही थी नौकरी: फर्जी शिक्षिका मामला

  प्रयागराज 
उत्तर प्रदेश के कई जिलों के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में एक ही प्रमाणपत्र पर नौकरी करने वाली शिक्षिकाओं के मामले में रोज खुलासे हो रहे हैं। प्रयागराज के कस्तूरबा विद्यालय सोरांव में खुद अनामिका नहीं, बल्कि फर्रुखाबाद जिले के कायमगंज इलाके की रीना सिंह पूर्णकालिक विज्ञान शिक्षिका के रूप में नौकरी कर रही थी।

रीना के पिता का नाम चन्द्रभान सिंह है। यहां उसकी नियुक्ति 29 नवम्बर 2019 को हुई थी। कथित अनामिका इसी आवासीय बालिका विद्यालय में रहती थी। रीना यहां खुद को अनामिका शुक्ला बताकर सामने आई और इस दौरान अनामिका के प्रमाणपत्र लगाए थे।

हालांकि उसे वेतन के रूप में एक रुपये का भुगतान नहीं हुआ था। जांच की भनक लगते ही होली के बाद से वह स्कूल से अनुपस्थित थी। वहीं अनामिका के बारे में पता चला है कि उसने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा यूपी बोर्ड से पास की थी। अनामिका का जन्म 20 जनवरी 1992 को गोंडा में हुआ था। उसके पिता का नाम सुभाष चंद्र शुक्ला और मां का नाम सुषमा शुक्ला है। अनामिका ने दसवीं की परीक्षा 2007 में गोंडा की रेलवे कॉलोनी स्थित बालिका इंटर कॉलेज से पास की थी। उसका रोल नंबर 1933977 था। दसवीं के 6 में से 5 विषयों में उसे 75 फीसदी से अधिक नंबर हासिल हुए थे। 12वीं की परीक्षा भी उसने परसपुर गोंडा के एसएमजेएसआईसी से प्रथम श्रेणी में पास किया था।

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध युनिवर्सिटी फैजाबाद से संबद्ध गोंडा सिविल लाइंस के रघुकुल महिला विद्यापीठ डिग्री कॉलेज से 2012 में बीएससी प्रथम श्रेणी में पास किया। अवध विवि से ही संबद्ध अंबेडकर नगर के जियापुर बरुआ स्थित आदर्श कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय से 2014 में बीएड किया था। बीएड की लिखित और प्रायोगिक परीक्षा में प्रथम श्रेणी के अंक मिले थे। उसने 2015 में 91 अंकों के साथ उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा पास की।

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