प्रॉजेक्ट की दी जाएगी जानकारी, अब 100वें दिन भी रिपोर्ट कार्ड पेश करेगी मोदी सरकार

नई दिल्ली 
मोदी सरकार अब नियमित अंतराल पर पर अपने कामकाज का रिपोर्ट कार्ड पेश करेगी। बता दें कि हाल ही में सरकार की तरफ से दूसरे टर्म का रिपोर्ट कार्ड 50 दिन पूरे होने पर ही जारी किया गया। अब 100 दिन पूरा होने पर भी सरकार रिपोर्ट कार्ड पेश करेगी। उसके बाद लगातार नया टारगेट सेट करते हुए इसे पेश किया जाता रहेगा। इसमें अब तक हुए तमाम काम के अलावा नए प्रॉजेक्ट लॉन्च करने और चल रही महत्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट की अपडेटेड रिपोर्ट भी दी जाएगी। 

सभी कॉमेंट्स देखैंअपना कॉमेंट लिखेंपीएमओ की ओर से इस बारे में सभी मंत्रालयों के सेक्रटरी को लगातार संपर्क में रहते हुए रिपोर्ट देते रहने को कहा गया है। इसमें तीन बिंदुओं – क्या, कैसे और कब को पूरी स्पष्टता से बताना होगा। क्या में कौन से प्रॉजेक्ट हैं और उससे क्या लक्ष्य पूरा होगा, कैसे में किस तरह उसे पूरा किया जा रहा है और कब में ठीक-ठीक तारीख बतानी होगी कि उसे पूरा करने का लक्ष्य डेट क्या है। मालूम हो कि मोदी सरकार के अंदर हर प्रॉजेक्ट की प्रगति पर नजर रखने के लिए 10 ग्रुप ऑफ सेक्रटरी बने हुए हैं। ये लगातार पीएमओ से संपर्क में रहेंगे। 

गुड गवर्नेंस विंग बनेगा 
पीएमओ ने ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स से उन बड़े प्रॉजेक्ट की लिस्ट भी मांगी है, जो अगले कुछ महीनों में पूरे होने वाले हैं। सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी की इच्छा है कि दूसरे टर्म में हर महीने देश को एक पूरे हुए प्रॉजेक्ट की सौगात दी जाए। साथ ही सभी मंत्रालयों को गुड गवर्नेंस का अलग विंग बनाकर अच्छे कामों के बारे में लोगों को जागरूक करने को भी कहा गया है। 

नौकरी कितनी मिलेगी, बताना होगा 
पीएमओ ने सभी मंत्रालयों से यह भी कहा है कि उनके मंत्रालय की ओर से जो भी कैबिनेट नोट बनाए जाएं, उनमें संबंधित योजनाओं पर आने वाले खर्च और फंड कहां से आएगा, इस बारे में बताना होगा। इसके अलावा उनसे कितनी नौकरियां पैदा होंगी, वह कॉलम भी भरना होगा। पीएमओ ने कहा कि जिन कैबिनेट नोट में नौकरी पैदा करने की बेहतर संभावना तर्क के साथ बताएं जाएंगे, उन्हें प्राथमिकता से मंजूरी मिलेगी। 

पीएम बताएंगे, देश में कितने टाइगर 
देश में कुल कितने टाइगर बचे हैं इसका अंदाजा सोमवार को लगेगा। पीएम मोदी देश में टाइगर की अनुमानित गणना को जारी करेंगे। हर चार साल पर इसकी गिनती होती है। इसकी पहली गिनती 2006 में हुई थी। इसके बाद 2010 और 2014 में भी हो चुकी है। 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *