प्रेस कॉन्फ्रेंस में रो पड़ीं AAP उम्मीदवार आतिशी, गौतम गंभीर पर लगाए ये आरोप

नई दिल्ली

पूर्वी दिल्ली सीट से आम आदमी पार्टी की उम्मीदवार आतिशी गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में टूट गईं और उनकी आंखों से आंसू भी आए। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान बीजेपी उम्मीदवार और क्रिकेटर से राजनेता बने गौतम गंभीर पर उनके खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी के साथ पर्चे बांटने का आरोप लगाया।

आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, मेरा गंभीर जी से बस एक यही सवाल है के अगर वो मेरे जैसी एक सशक्त महिला को हराने के लिए इतना गिर सकते तो सांसद बनने के बाद वो अपने क्षेत्र की महिलाओं को कैसे सुरक्षित करेंगे।

 

आम आदमी पार्टी (AAP) प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा है कि कभी कल्पना नहीं थी कि गौतम गंभीर इस स्तर तक गिर सकते हैं। अगर लोग ऐसी मानसिकता वालों को वोट देंगे तो फिर महिलाएं कैसे सुरक्षा की उम्मीद कर सकती हैं। अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि आतिशी मजबूत रहो, मैं कल्पना कर सकता हूं कि यह तुम्हारे लिए कितना मुश्किल होगा। इन्हीं ताकतों के खिलाफ हमें लड़ना है।

 

पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट पर ब्राह्मण और पूर्वांचली वोटर्स का कब्जा रहा है। इस सीट पर पहला चुनाव भारतीय जनसंघ ने जीता था। उसके बाद से यह सीट कांग्रेस का गढ़ बन गई। नब्बे के दशक में भाजपा ने दोबारा इस सीट पर कब्जा किया। नए परिसीमन में इस सीट का बड़ा हिस्सा उत्तर-पूर्वी लोकसभा सीट में चला गया है। वर्तमान में भाजपा के महेश गिरी यहां से सांसद हैं।

वर्ष 1967 में पूर्वी दिल्ली लोकसभा सीट अस्तित्व में आई थी। इस सीट पर पहला चुनाव जनसंघ के प्रत्याशी एच देवगन ने जीता था। बड़ी संख्या में बाहर से आए प्रवासियों और पंजाबी वोटरों के चलते सत्तर के दशक में कांग्रेस ने एचकेएल भगत को अपना उम्मीदवार बनाया और इस सीट पर जीत हासिल की। इसके बाद राम लहर में भाजपा ने कट्टर छवि वाले बीएल शर्मा प्रेम पर दांव लगाया और प्रेम ने यमुनापार में कांग्रेस के गढ़ में सेंध लगा दी। इसके बाद वर्ष 2004 तक यह सीट भाजपा के पास रही।

प्रेम के बाद भाजपा ने इस सीट पर पूर्वांचल कार्ड खेला। इससे लाल बिहारी तिवारी इस सीट से सांसद रहे। वर्ष 2004 के चुनाव में कांग्रेस ने भी भाजपा की काट के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा और उन्होंने जीत हासिल की। पूर्वांचल और ब्राह्मण फैक्टर के चलते संदीप दीक्षित ने वर्ष 2009 का चुनाव भी जीता। इसके बाद भाजपा ने वर्ष 2014 में महेश गिरी को उम्मीदवार बनाया और उन्होंने जीत हासिल की।

2019 लोकसभा चुनाव

कुल मतदाता : 19,70,118

पुरुष मतदाता :10,94,362

महिला मतदाता : 8,75,656

अन्य मतदाता : 100

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *