प्राचीन पंचमुखी शिव मंदिर जहाँ पर सभी की मन्नत पूरी होती है
स्वर्गीय भवानी पटेल व श्रीमती धर्मा पटेल के द्वारा 200 साल पहले छिंदवाड़ा जिले के सारना के नजदीकी ग्राम डूंडा सिवनी (मंदिर सिवनी )के नाम से भी जाना जाता है में पंचमुखी शिव मंदिर की स्थापना की गई थी।
मंदिर की व्यवस्था के लिए पटेल परिवार के द्वारा उस समय ही ₹12000 और 12 एकड़ उपजाऊ जमीन भी मंदिर के नाम की गई थी. अभी उन्हीं के परिवार के वंशज इस मंदिर की व्यवस्था देखते हैं।
ग्रमीणों का कहना है की यह मंदिर अपने आप में अलौकिक चमत्कारिक प्राचीनतम मंदिर है आस पास के ग्राम में इतना प्राचीनतम मंदिर देखने को नहीं मिलता प्राचीनतम होने के साथ साथ यह मंदिर में जो भी सच्ची श्रद्धा से मनन्त मांगता है उसे कभी भी उसकी झोली खाली नहीं जाती इस मंदिर में सिर्फ ग्रामीण ही नहीं अपितु दूरदराज से भी लोग अपनी मन्नत के लिए आते है ।
इस मंदिर में सावन महीने और महा शिवरात्रि को मेला का आयोजन किया जाता है ।
कैसे पहुँचे प्राचीन पंचमुखी शिवालय हम आप को विस्तार से बताते है छिन्दवाड़ा से मात्र 5 किलोमीटर की दूरी पर नर्सिगपुर रोड पर पड़ने वाले सारना ग्राम से महज आधा किलोमीटर की दुरी में मंदिर सिवनी जिससे डूंडा सिवनी भी कहते है यहाँ पर मंदिर स्थित है ।