प्राइवेट हाथों में होगी प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल की देखरेख 

 प्रयागराज 
उत्तर मध्य रेलवे के प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल स्टेशन की देखरेख निजी हाथों में होगी। रेलवे ने देश के चुनिंदा स्टेशनों की व्यवस्था निजी हाथों में देने की कवायद शुरू कर दी है। इस स्टेशनों की लिस्ट में प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल भी शामिल हैं।

रेलवे ने उत्तर मध्य रेलवे के ग्वालियर व देश के अन्य तीन स्टेशन नागपुर, अमृतसर और साबरमती स्टेशनों को इंडियन रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईआरसीडीसी) के माध्यम से निजी हाथों में सौंपने की कवायद शुरू कर दी। इन स्टेशनों की देखरेख के लिए निजी क्षेत्र की कई कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है।

चर्चा है कि अगले चरण में प्रयागराज और कानपुर सेंट्रल को भी रेलवे की ही इकाई के माध्यम से निजी हाथों में दिया जा सकता है। व्यवस्था देखरेख के लिए स्टेशनों को लेने वाली कंपनी मोटी रकम देगी। दो साल पहले प्रयागराज जंक्शन को 150 करोड़ और कानपुर सेंट्रल को 200 करोड़ में 40 साल के लिए निजी हाथों में सौंपने की योजना है।

स्टेशनों को लेने के लिए आधार राशि के ऊपर कंपनियां बोली लगाएंगी। बोली में जो अधिक राशि देगा उसको स्टेशन के देखरेख की जिम्मेदारी दी जाएगी। नई व्यवस्था में स्टेशन पर नियंत्रण रेलवे का होगा लेकिन व्यवस्था और विकास की जिम्मेदारी कंपनी के पास होगी। उत्तर मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी अजीत कुमार सिंह ने बताया कि दोनों स्टेशनों पर फैसला रेलवे बोर्ड करेगा।

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