छत्तीसगढ़ सरकार में हर मंत्री है करोड़पति, ADR ने जारी किए आंकड़े

बिलासपुर
छत्तीसगढ़ में नई सरकार भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल में कितने मंत्री ऐसे हैं जो करोड़पति हैं और करोड़पति मंत्रियों के जो आंकड़े हैं वो साल दर साल बढ़ते ही जा रहे हैं. साथ ही प्रदेश की नई कांग्रेस पार्टी में ऐसे कई मंत्री भी शामिल हैं, जिन पर आपराधिक मामले दर्ज हैं. आपराधिक किस्म के मंत्रियों के भी आंकड़े साल दर साल बढ़ते जा रहे हैं. बता दें कि भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में करोड़पति और आपराधिक मामलों में शामिल मंत्रियों की जानकारी एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने जारी की है, जो बेहद ही चौका देने वाले आंकड़े हैं. करोड़पति मंत्रियों के प्रतिशत पर नजर डाले तो वर्ष 2008 से लेकर 2018 का ग्राफ बहुत तेजी से बढ़ा है.

वर्ष 2008 में 31 फीसदी मंत्री करोड़पति थे. वहीं वर्ष 2013 में 92 फीसदी मंत्री करोड़पति बढ़ गए और वर्ष 2018 के मंत्रिमंडल के मंत्रियों में 100 फीसदी मंत्री करोड़पति हैं. भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल के 12 में से 12 मंत्री करोड़पति हैं. अगर औसतन संपत्ति की बात करें, तो 12 मंत्रियों की औसतन संपत्ति 47.13 करोड़ है. अधिकतम संपत्ति वाले मंत्री घोषित करने वाले मंत्रियों में अंबिकापुर निर्वाचन क्षेत्र से टीएस सिंहदेव ने सबसे अधिक संपत्ति 500.01 करोड़ घोषित की है.

एक नजर भूपेश बघेल मंत्रिमंडल के मंत्रियों की संपत्ति पर

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के पास 23 करोड़ की संपत्ति  है, वन मंत्री मोहम्मद अकबर के पास 7 करोड़ की संपत्ती है, राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल के पास भी 7 करोड़ रुपए संपत्ति है, महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया के पास 5 करोड़ की संपत्ति है, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे के पास 04 करोड़, शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के पास 4 करोड़ की संपत्ति है, गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू के पास 2 करोड़, पीएचई मंत्री गुरु रुद्र कुमार के पास 2 करोड़, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डेहरिया के पास 2 करोड़, उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल के पास 1 करोड़ और आबकारी मंत्री कवासी लखमा के पास 1 करोड़ की संपत्ति है.

वहीं भूपेश बघेल के मंत्रिमंडल में शामिल आपराधिक पृष्ठभूमि के भी मंत्री की संख्या कम नहीं है. वर्ष 2008 से लेकर 2018 तक आपराधिक पृष्ठभूमि के मंत्रियों की संख्या पर ध्यान दे तो ये आंकड़े चौकाने वाले हैं. बता दें कि वर्ष 2008 में 0 फीसदी मंत्रियों पर अपराध पंजीकृत थे. वहीं वर्ष 2013 में ये आंकड़े बढ़कर 8 फीसदी हो गए, लेकिन अब भूपेश बघेल मंत्रिमंडल में 17 फीसदी अपराधी किस्म के मंत्री शामिल हैं. प्रदेश में मंत्रियों ने मुख्यमंत्री समेत अपने ऊपर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
 

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