प्रधानमंत्री उज्जवला योजना में मुफ्त गैस सिलेंडर पर फंसा पेच

रांची 
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत राज्य की 30 लाख महिलाओं को दूसरा नि:शुल्क गैस सिलेंडर (रीफिल) देने की योजना में पेच फंस गया है। सरकार और तेल कंपनियों के बीच दूसरा सिलेंडर देने की राशि को लेकर उलझन पैदा हो गई है। सरकार ने तेल कंपनियों को पहले अपने फंड से भुगतान करने को कहा है, जबकि कंपनियों ने सरकार को पहले फंड देने को कहा है। 

तेल कंपनियों ने अपने फंड से लाभुकों को गैस उपलब्ध कराने में असमर्थता जतायी है। विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दूसरे गैस सिलेंडर के लिए करीब 130 करोड़ रुपए तेल कंपनियां एक बार में नहीं देना चाहती हैं। कंपनियों ने सरकार से फंड रिलीज करने का आग्रह किया है। दूसरे गैस के लिए राशि पहले कौन देगा इसे लेकर कोई मापदंड तय नहीं हो पाया है। विभाग ने भारत पेट्रोलियम, इंडियन ऑयल और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कंपनियों से राशि संबंधी विकल्पों को लिखित रूप में देने को कहा है। मालूम हो कि सरकार ने उज्ज्वला योजना के लाभुकों को दूसरा घरेलू गैस सिलेंडर अगले माह से देने की बात कही है। इसके साथ ही 14 लाख नए लाभुकों को भी उज्ज्वला योजना से जोड़ने का काम चल रहा है। इन्हें भी नि:शुल्क दूसरा गैस सिलेंडर देना है। 

दो बिंदुओं पर अटका है मामला 

सरकार ने तेल कंपनियों को पहले नि:शुल्क गैस देने को कहा है, जिसके बाद सब्सिडी केंद्र सरकार और बाकी की रकम राज्य सरकार देगी। इस पर कंपनियों का कहना है कि वे इतनी बड़ी राशि एक बार में नहीं दे सकते। दूसरे बिंदु में सरकार ने कंपनियों से कहा कि वे लाभुकों से पहले गैस की पूरी रकम ले लें। सब्सिडी केंद्र सरकार देगी और बाकी पैसा वे लाभुकों के खाते में भेज दें, लेकिन कंपनियों का कहना है ऐसा करने में उन्हें इससे परेशानी होगी। उनके पास लाभुकों की पूरी लिस्ट उपलब्ध नहीं है।

सबसे ज्यादा लाभुक गिरिडीह जिले से हैं 

उज्ज्वला योजना के सबसे ज्यादा लाभुक गिरिडीह जिले से हैं। यहां 2.69 लाख महिला लाभुकहैं। दूसरे स्थान पर पलामू जिला है, यहां 2.14 लाख लाभुक है। तीसरे स्थान पर धनबाद के1.87 लाख लाभुकहैं। इसके बाद सबसे ज्यादा संख्या साहिबगंज, बोकारो, गढ़वा, दुमका, हजारीबाग, पश्चिमी सिंहभूम, रांची, पूर्वी सिंहभूम जिले के लाभुकों की है। 

परिवार की महिला के नाम पर ही कनेक्शन
उज्ज्वला योजना के तहत राशन कार्ड में परिवार की मुखिया महिला के नाम पर ही मुफ्त गैस कनेक्शन व चूल्हा दिया जाता है। इसमें लाभुक का चयन कर उन्हें मुफ्त गैस कनेक्शन व गैस चूल्हा दिया जा रहा है। केंद्र की ओर से करीब 1500 रुपए का कनेक्शन, सिलेंडर, पाइप, रेगुलेटर व लाइटर दिया जाता है। .

दूसरा सिलेंडर देने को केंद्र ने दी है अनुमति 
राज्य सरकार ने केंद्र से लाभुकों को दूसरा गैस सिलेंडर देने के लिए अनुमति मांगी थी, जिसे केंद्र ने मंजूरी दे दी। केंद्र ने इस पहल की सराहना भी की, कि लाभुकों को दूसरा गैस सिलेंडर मिलने से उन्हें बड़ी राहत मिलेगी। 

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