प्रदेश मे अब नहीं बनेगी सीमेंटेड सड़कें, मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने रुकवाया सड़कों का निर्माण 

भोपाल
लोक निर्माण विभाग अब सीमेंटेड सड़कों के निर्माण से हाथ खींचेगा। लोक निर्माण और पर्यावरण विभाग के मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा है कि जमीन में नमी लगातार घट रही है जिससे पर्यावरण को नुकसान की स्थिति बनती है। नमी घटने के पीछे सीमेंट से बनी सड़कें भी एक कारण हैं। इसलिए सड़कों के निर्माण के लिए सामने आने वाली नई टेक्नालाजी का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जाएगा ताकि नमी भी बनी रहे और ठोस सड़Þकों का निर्माण भी किया जा सके। 

मंत्री वर्मा ने ये बातें प्रदेश टुडे से विशेष चर्चा में कहीं। उन्होंने कहा कि डामर की सड़कें तो बन ही रही हैं। प्लास्टिक वेस्ट से सÞड़कें बनाने की तकनीक और इसके अलावा दूसरी नवीन तकनीकी का इस्तेमाल करने पर जोर दिया जाएगा। सीमेंट की सड़कें ठोस होने से जमीन की नमी को कम करती हैं, इसलिए ऐसी सड़कों के निर्माण में कमी लाई जाएगी। 

उन्होंने कहा कि जमीन के अंदर के तक पानी पहुंचने में भी ऐसी सड़कों के कारण दिक्कत होती है। इस कारण जमीन के भीतर के पानी का अंधाधुंध दोहन हो रहा है। इस दोहन को रोकने में यह कारगर होगा। मंत्री ने कहा कि भूमि सतह के पानी के इस्तेमाल और उसके संग्रहण पर जोर देंगे ताकि जमीन की नमी बनी रहे और पर्यावरणीय दिक्कतों को सुधारा जा सके। 

उन्होंने कहा कि लोक निर्माण विभाग समेत अन्य विभागों में ई टेंडरिंग में बड़ा घोटाला हुआ है। मुख्यमंत्री कमलनाथ खुद इसकी जानकारी ले रहे हैं और इस मामले में जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। मंत्री वर्मा ने कहा कि इसके अलावा जमीन की बंदरबांट पिछले 15 सालों में बीजेपी नेताओं और उनके करीबियों को की गई है। इसकी फाइलें बुलवाई जा रही हैं और उन पर सख्ती से एक्शन लिया जाएगा। 

मंत्री वर्मा ने कहा कि प्रदेश में सड़क और भवन निर्माण में व्यापक घपले हुए हैं। पीआईयू में हुए घपलों के कारण प्रोजेक्ट पेंडिंग हैं और कास्ट बढ़ती है। विभाग की लापरवाही का नतीजा यह है कि 882 काम शुरू ही नहीं हुए हैं। ऐसे कामों को विधानसभा चुनाव के पहले आनन फानन में मंजूरी दी गई थी। अब इन्हें समय पर पूरा कराने के लिए कहा गया है। 

विभाग में टेंडर और निर्माण में हुई गड़बड़ी की एक सूची तैयार की गई है जिसे कैग के पास भेजा जा रहा है। इसकी जांच कराई जाएगी तभी विभाग में नकेल कसी जा सकेगी। अन्य एजेंसियों से भी जांच कराएंगे। 

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