प्रदेशभर में तैनात हजारो होमगार्ड सैनिकों और अधिकारियों का रुका वेतन

भोपाल
प्रदेशभर में तैनात करीब 14 हजार होमगार्ड सैनिकों और अधिकारियों को दिसम्बर माह का वेतन नहीं मिला है। इससे सैनिकों के सामने चूल्हा नहीं जलने और बच्चों की फीस भरने का संकट बन गया है। पुलिस महानिदेशक होमगार्ड ने वित्त विभाग को अवगत कराते हुये समस्या सुलझाने के लिये लिखा है।

होमगार्ड विभाग पिछले कई माह से वित्तीय संकट से जूझ रहा है। राज्य सरकार ने द्वितीय अनुपूरक अनुमान में सौ करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। वित्त विभाग ने राशि मंजूर भी कर दी है बावजूद होमगार्ड सैनिकों को दिसम्बर माह का वेतन नहीं दिया गया है। वेतन नहीं मिलने से अर्दली और स्वयंसेवी सैनिकों के सामने घर चलाना मुश्किल हो गया है। एक सैनिक को करीब 21 हजार रुपये मासिक मिलता है। एक अनुमान के अनुसार हर माह लगभग 31 करोड़ रुपये वेतन के नाम पर भुगतान किया जाता है। मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि वित्त विभाग ने राशि जारी कर दी है तथा होमगार्ड विभाग को जानकारी दी जा चुकी है।

होमगार्ड सैनिकों के लिये वेतन बजट एलाट हो गया है। लेकिन सर्वर में रिफ्लेक्ट नहीं हो रहा है। वेतन सर्वर के माध्यम से बीसीए में आता है इसके बाद ही डीडीओ को भेजा जायेगा। वेतन संकट को लेकर प्रमुख सचिव गृह मलय श्रीवास्तव और प्रमुख सचिव वित्त अनुराग जैन से बात की है। संभावना है कि एक-दो दिन में समस्या का हल निकाल लिया जायेगा। प्रदेशभर में 13800 होमगार्ड सैनिक और अधिकारी हैं, जिनका वेतन रुका हुआ है।
महानभारत सागर डीजी होमगार्ड

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