प्रणब, आडवाणी, शाह-जेटली की लिस्ट में शामिल विदेश मंत्री एस जयशंकर

अहमदाबाद
किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, उपप्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, वित्त मंत्री से लेकर कई मुख्यमंत्रियों को राज्यसभा पहुंचाने वाला गुजरात एक बार फिर एक प्रभावशाली शख्सियत को संसद भेजने जा रहा है। इस लिस्ट में नया नाम जुड़ा विदेश मंत्री एस जयशंकर का। गुजरात में दो सीटों पर हो रहे राज्यसभा चुनाव में एस जयशंकर को बीजेपी ने कैंडिडेट बनाया है। जयशंकर ने बतौर बीजेपी नेता मंगलवार को गुजरात से राज्यसभा सांसद के लिए पर्चा भरा।

 

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद राज्यसभा सीट खाली की है। बीजेपी ने विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर के अलावा ओबीसी नेता जेएम ठाकोर को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाया है।

कई विदेश मंत्री गुजरात से पहुंचे राज्यसभा
जयशंकर ने गुजरात से राज्यसभा पहुंचने वाले विदेश मंत्रियों की सूची में अपना नाम दर्ज कराया है। इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री माधव सिंह सोलंकी (4 बार गुजरात के सीएम) और पी शिवशंकर भी गुजरात से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हो चुके हैं। माधव सिंह सोलंकी 1988 से 2000 तक गुजरात से राज्यसभा सदस्य रहे। वहीं पी शिवशंकर विदेश मंत्री की जिम्मेदारी संभालने के अलावा कानून और पेट्रोलियम मंत्री रहे। वह सिक्किम और केरल के राज्यपाल भी नियुक्त हुए।

2017 में अमित शाह ने किया प्रतिनिधित्व
2017 के हाई प्रोफाइल राज्यसभा चुनाव में अमित शाह और स्मृति इरानी बीजेपी के कोटे से राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने भी राज्यसभा चुनाव जीता था। हालांकि पटेल की जीत को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए बलवंत सिंह राजपूत ने हाई कोर्ट में चुनौती दी हुई है। पटेल गुजरात से लगातार पांचवीं बार राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए थे। उन्होंने बीजेपी कैंडिडेट राजपूत को शिकस्त दी थी।

1981 में प्रणब मुखर्जी पहुंचे राज्यसभा
गुजरात से राज्यसभा पहुंचने वाली शख्सियतों की सूची में प्रणब मुखर्जी का नाम सबसे ऊपर है। वह 1981 से 1987 तक राज्यसभा सदस्य रहे। कांग्रेस सरकारों में कई अहम मंत्रालय संभालने के अलावा वह 2012 में देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद यानी राष्ट्रपति की कुर्सी तक पहुंचे। अहमद पटेल 1993 से राज्यसभा में गुजरात की नुमाइंदगी कर रहे हैं। यूपीए सरकार के दो कार्यकाल के दौरान वह तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार भी रहे।

1976 में आडवाणी राज्यसभा सदस्य बने
दूसरी ओर बीजेपी के लौह पुरुष लालकृष्ण आडवाणी भी गुजरात से राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। 1976 में जनसंघ उम्मीदवार के रूप में आडवाणी राज्यसभा मेंबर निर्वाचित हुए। हिंदुत्व के अजेंडे के साथ पार्टी को नई ऊंचाई पर पहुंचाने वाले आडवाणी 1999 में वाजपेयी की एनडीए सरकार में उपप्रधानमंत्री बने। इसके अलावा बीजेपी के पहले दलित अध्यक्ष बंगारू लक्ष्मण गुजरात से ही 1996 में राज्यसभा पहुंचे। लक्ष्मण ने केंद्र सरकार में रेलवे समेत कई अहम मंत्रालय संभाले।

पिछले दो दशकों के दौरान वरिष्ठ बीजेपी नेता अरुण जेटली और स्मृति इरानी ने गुजरात से राज्यसभा में प्रतिनिधित्व किया। 2000 से 2018 तक जेटली लगातार तीन कार्यकाल के लिए राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए। कई बड़े मंत्रालयों के अलावा जेटली ने वित्त मंत्री की जिम्मेदारी निभाई। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव के दौरान अमेठी से मात देने से पहले स्मृति इरानी गुजरात से दो बार राज्यसभा सदस्य बनीं। वर्तमान सरकार में उन्हें महिला एवं बाल विकास मंत्रालय मिला है। इसके अलावा पिछली सरकार में उन्होंने मानव संसाधन विकास और कपड़ा मंत्रालय भी संभाला था।

 

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