प्रज्ञा ठाकुर के विरोध में बीजेपी-कांग्रेस का आपस में हल्ला बोल
भोपाल
नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने पर भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भले ही संसद में माफ़ी मांग ली हो, लेकिन प्रदेश में इसको लेकर राजनीति अभी थमी नहीं हैं| साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ करवाई की मांग को लेकर लगातार प्रदर्शन करने वाले कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद द्वारा अपने समर्थकों के साथ बुधवार को किये जाने वाले प्रदर्शन से पहले भाजपा कार्यालय में गहमागहमी का माहौल रहा| भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा समेत कई भाजपा कार्यकर्ता, महिला मोर्चा की कार्यकर्ता कार्यालय के बाहर डंडों के साथ तैनात रहे| वहीं इस गहगहमी के माहौल को देखते हुए पुलिस भी अलर्ट रही|
बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने चेतावनी देते हुए कहा 'सिमी आतंकवादी और उनके समर्थक भारतीय जनता पार्टी के कार्यालय पर गलत निगाह रखने वाले खबरदार हो जाएं । भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता राष्ट्रवाद के लिए जीता और मरता है । हमारे कार्यालय की तरफ आंख उठाकर देखा तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे । उन्होंने कहा 'लोकतंत्र में विरोध प्रदर्शन करने की परिधि बनायी गयी है । विधायक बनने से गुंडा का टेग नही हटाया जा सकता । हम भी 6 दिसम्बर को कांग्रेस कार्यालय जाएंगे और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मिठाई खिलाएंगे '।
प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा संसद में नाथूराम गोडसे को लेकर दिए गए बयान के विरोध में आज कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद अपने समर्थकों के साथ मध्य प्रदेश भाजपा कार्यालय का घेराव करने का ऐलान किया था। उनके प्रदर्शन को देखते हुए बुधवार सुबह से भाजपा कार्यकर्ता अपने हाथों में ड़डे लेकर प्रदेश कार्यालय के बाहर खड़े हो गए।
संसद में गोडसे को लेकर कथित बयान पर सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने भले ही दो बार माफी मांग ली हो और मामला शांत हो गया, लेकिन मप्र में इसे लेकर सियासत अब भी जारी है। बुधवार को कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद और कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे। वह साध्वी प्रज्ञा ठाकुर के इस्तीफे की मांग को लेकर भाजपा कार्यालय का घेराव करने और प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह को ज्ञापन देने जा रहे थे। आरिफ ने कहा कि हम गांधी की विचारधारा को मानने वाले हैं, इसलिए उनके हत्यारे को देशभक्त कहने वाली प्रज्ञा ठाकुर को पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। इसलिए हम मांग करते हैं कि भाजपा उन्हें पार्टी से निष्कासित करे।