पूर्व भारतीय क्रिकेटर डोडा गणेश का दावा- वे भी हुए थे रंगभेद का शिकार

नई दिल्ली
अमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकी मूल के अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद पूरी दुनिया में रंगभेद का मुद्दा फिर सामने आ गया है। खेलों की दुनिया भी इससे अछूती नहीं हैं। हाल ही वेस्ट इंडीज के दिग्गज क्रिकेटर क्रिस गेल ने माना था कि वह भी पूरी दुनिया में रंगभेद का शिकार हुए हैं और अब इस कड़ी में पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डोडा गणेश ने भी अपनी आवाज उठाई है।टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज डोडा गणेश ने तमिलनाडु के ओपनिंग बल्लेबाज अभिनव मुकुंद की एक पुरानी पोस्ट को साझा करते हुए रंगभेद का शिकार होने की बात कही है। गणेश ने 30 वर्षीय मुकुंद की एक करीब साल पुरानी एक पोस्ट को अपने टि्वटर अकाउंट पर साझा किया है। इस पोस्ट के जरिए गणेश ने बताया है कि उन्हें भी अपने करियर के दौरान नस्लवादी टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था।

डोडा गणेश ने अभिनव मुकुंद की यह पुरानी पोस्ट साझा करते हुए लिखा, 'अभिनव मुकुंद की इस पुरानी कहानी ने मुझे मेरे दौर की नस्लीय टिप्पणियों की याद ताजा कर दी, जब मैं खेला करता था। तब एक दिग्गज भारतीय खिलाड़ी भी इसका गवाह बना था। लेकिन इसने मुझे और मजबूत ही बनाया और मुझे भारत और कर्नाटक के लिए 100 मैच खेलने से यह नहीं रोक पाया।' डोडा गणेश ने अपने इंटरनैशनल करियर में 4 टेस्ट और एक वनडे मैच खेला है। बता दें अभिनव मुकुंद ने 9 अगस्त 2017 को अपने ट्विटर हैंडल पर तब इस संबंध में एक पोस्ट किया था, जिसमें उन्होंने लिखा था, 'मैं अपनी त्वचा के रंग को लेकर बरसों से अपमान झेलते रहा हूं। गोरा रंग ही लवली या हैंडसम नहीं होता। जो भी आपका रंग है, उससे सहज रहकर काम करें। बचपन से ही त्वचा के रंग को लेकर लोगों का रवैया हैरानी का सबब रहा है।'

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