पूर्वी यूपी में पश्चिम से ज्यादा मजबूत हैं पीएम मोदी, कांग्रेस बिगाड़ रही गठबंधन का खेल
लखनऊ
लोकसभा चुनाव के पांचवें चरण में यूपी की 14 सीटों पर मतदान हो रहा है। इस चरण के साथ ही अब पूर्वी यूपी की 40 सीटों को जीतने के लिए चुनावी जंग शुरू हो गई है। बीजेपी का गढ़ समझे जाने वाले पूर्वी उत्तर प्रदेश में धरातल पर पश्चिमी यूपी की अपेक्षा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील ज्यादा दिख रही है वहीं, कांग्रेस पार्टी एसपी-बीएसपी गठबंधन के उम्मीदवारों का खेल बिगाड़ती दिख रही है।
पूर्वी यूपी में बीजेपी को अच्छे प्रदर्शन करने की उम्मीद
बीजेपी नेताओं का दावा है कि पूर्वी यूपी में इस बार पार्टी पहले की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन करेगी। उनका कहना है कि मतदाताओं में पीएम मोदी को लेकर अच्छी भावना है और प्रियंका गांधी के वाराणसी में चुनाव नहीं लड़ने के ऐलान के बाद विपक्षी खेमे में भ्रम है। बीजेपी ने कहा कि कई सीटों पर कांग्रेस पार्टी गठबंधन की मदद कर रही है। हालांकि बीजेपी के इस आरोप का अखिलेश यादव खंडन करते हैं। बीजेपी नेता चाहे जो दावा करें लेकिन इस बार वर्ष 2014 की अपेक्षा चुनावी गणित अलग है। इसकी सबसे बड़ी वजह एसपी-बीएसपी गठबंधन है।
पूर्वी यूपी में पीएम की धुआंधार रैलियां
बीजेपी के लिए पूर्वी यूपी के महत्व का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पीएम मोदी कुल 15 रैलियां इस क्षेत्र में करेंगे जो पश्चिमी यूपी से ज्यादा है। अखिलेश यादव और मायावती पूरे प्रदेश में कुल 11 संयुक्त रैलियां कर रहे हैं। पीएम मोदी के इस धुआंधार प्रचार के कारण गठबंधन के नेताओं को भी पूर्वी यूपी पर अपना फोकस करना पड़ा है। अगर जमीनी हकीकत की बात करें तो कांग्रेस पार्टी बीजेपी की अपेक्षा गठबंधन को नुकसान पहुंचाती दिख रही है।