पुलिस मुड़भेड़ में मारा गया 6 लाख का इनामी डकैत बबली कोल

सतना
 मध्य प्रदेश के विंध्य में एक दशक से डकैत बबली कोल का आतंक था। उसपर देश का सबसे बड़ा 6 लाख रुपए का इनाम घोषित किया गया था। बताया जा रहा है सतना धारकुण्डी थाना क्षेत्र के वीरपुर के पास पहाड़ी में डकैतों के बीच गैंगवार में गैंग के नए सदस्य लोली कोल ने खूंखार डकैत बबली कोल को गोली मार दी है। जिसमें उसकी मौत हो गई है। फिलहाल पुलिस ने खुलासा नहीं किया है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि 1 लाख का इनामी लवलेश कोल भी इस गैंगवार में मारा गया है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक  लोली कोल ने पुलिस के पास धारकुंडी थाना क्षेत्र में आत्मसमर्पण भी कर दिया है। सतना पुलिस इस गैंग के सदस्यों की लंबे समय से तलाश कर रही थी। विंध्य इलाके में इन डकैतों ने पुलिस की नाम में दम कर रखा था। बीते कई सालों से यहां अपहरण की घटनाएं बढ़ गईं थी जिनमें बबली गैंग का हाथ होने के दावे किए जाते रहे हैं। बबली कोल गिरोह 7 सितंबर की दरमियानी रात्रि 2 बजे अवधेश नाम के किसान का अपहरण कर चर्चा में आया था।

कौन है बबली कोल

बबुली कोल का जन्म चित्रकूट जिले के डोंडा सोसाइटी के गांव कोलान टिकरिया के मजदूर रामचरन के घर में 1979 में हुआ था। वह गांव के ही प्राथमिक स्कूल से क्लास आठ तक की पढ़ाई की। आर्थिक स्थित खराब होने के चलते बबुली ने पढ़ाई छोड़ मजदूरी करना शुरू कर दी। पुलिस ने उसे ठोकिया की मदद के आरोप में गिरफ्तार कर लिया और तमंचा दिखाकर जेल भेज दिया। छह माह जेल के अंदर रहने के दौरान ठोकिया के साथी लाले पटेल से इसकी मुलाकात हो गई। जेल से छूटने के बाद बबुली ने लाले को छुड़ाने के लिए जाल बिछाया। जब पेशी नें लाले आया तो उसे वहां से बबुली कोल उसे फरार करा ले गया और दोनों पाठा के जंगल में कूद गए और ददुआ के गैंग में शामिल हो गए।

150 से ज्यादा मुकदमे

बबुली कोल ने डोंडा टिकरिया गांव के एक ही परिवार के 5 सदस्यों की पहले नाक काटी और पैर और हाथ पर गोली मारकर घायल कर दिया था। सभी के ऊपर पेट्रोल छिड़कर आग लगा दी थी। पांचों की मौत के बाद बबली ने इनके घरों में आग लगा दी थी। इसी घटना के बाद यूपी सरकार ने बबली पर एक लाख का इनाम रखा था। बबली ने 31 दिसंबर 2012 को पुलिस के मुखबिर होने के शक के चलते खमरिया के जंगल में 2 लोगो की हत्या कर दी थी। मानिकपुर जिले के निहि गांव में 31 की रात राजू पाल की हत्या की थी। बबुली के खिलाफ करीब 150 से ज्यादा मामले यूपी और एमपी नें दर्ज हैं।

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