पुलिस के जवानों द्वारा नौकरी लगाने के नाम पर 12 लाख रुपए की ठगी

रायपुर
छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में पुलिस के जवानों द्वारा ही नौकरी लगाने के नाम पर ठगी (Fraud) करने का मामला सामने आया है. इस मामले में आरोपियों ने करीब 10-12 युवाओं से 12 लाख रुपए की ठगी की है. मंदिर हसौद पुलिस ने मामले में एफआईआर (FIR) दर्ज कर लिया है. पुलिस का काम लोगों को न्याय दिलाना है और आम लोगों के साथ किसी तरह की धोखाधड़ी, मारपीट या अन्याय होने पर आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजना है. लेकिन राजधानी रायपुर में पुलिस जवानों द्वारा अपने ही साथी और उसके पहचान वालों से ठगी करने का मामला सामने आया है.

धोखाधड़ी करने वाले आरोपी सीएएफ के जवान हैं जिन्होंने मंदिर हसौद थाना क्षेत्र के चंद्रखुरी के करीब 12 युवाओं को पुलिस विभाग में आरक्षक के पद पर नौकरी लगाने का झांसा दिया था. ठगी करने वाले आरोपियों ने डीजीपी के यहां पहचान होने का झांसा दिया था.

एक आरोपी प्रमोद कुमार रजक तेरहवीं बटालियन बांगो कोरबा में पदस्थ था. वहीं दूसरा आरोपी विजय कुमार राय उर्फ पूरा है जो 18वीं बटालियन मनेंद्रगढ़ में पदस्थ था. इन लोगों ने अपने ही 1 साथी सीएएफ के जवान मिथलेश के पहचान के युवाओं को पुलिस आरक्षक में भर्ती कराने का झांसा दिया था और हर युवक के हिसाब से 1 लाख रुपए लेते हुए करीब 12 लाख रुपए ऐंठ लिए.

उसके बाद भी कोई नौकरी जब नहीं लगी तो सीएफ के जवान मिथिलेश ने करीब 4 महीने पहले इस बात की शिकायत की थी. इस पर जांच चल रही थी. जांच के बाद मंदिर हसौद थाने में एफआईआर दर्ज किया गया है. वहीं दोनों आरोपी जवान फिलहाल फरार बताए जा रहा हैं . उनको सस्पेंड भी किया जा चुका है. मंदिर हसौद थाना प्रभारी सोनल ग्वाल का कहना है कि दोनों आरोपी फरार चल रहे हैं. इनकी तलाश की जा रही है.

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