पुलिसकर्मियों ने दवा और एन-95 मास्क से भरा ट्रक लौटाया, कलेक्टर के फोन पर दिया प्रवेश

ग्वालियर
पुरानी छावनी का निरावली तिराहा मुरैना की तरफ से एक ट्रक ग्वालियर आ रहा था। चेकिंग पॉइंट पर ट्रक रोक लिया गया। ट्रक में दवा, एन-95 मास्क व अन्य सर्जिकल सामान रखा था, जिन्हें ग्वालियर पहुंचाया जाना था, फिर भी यहां से ट्रक लौटा दिया गया। ट्रक वापस लौटने की शिकायत कलेक्टर व भोपाल में बैठे कुछ अफसरों तक पहुंची। आनन-फानन में कलेक्टर ने सीएसपी महाराजपुरा को कॉल किया। इसके बाद सीएसपी ने ट्रक चालक से संपर्क किया। उसे चेकिंग पॉइंट पर बुलाया और ट्रक निकलवाया। यह स्थिति तब है जब पुलिस प्रशासन को अति आवश्यक सामानों के वाहनों को नहीं रोकने के आदेश दिए गए हैं।

इस मामले में सीएसपी रवि भदौरिया ने यहां मौजूद पुलिसकर्मियों को फटकार लगाई। पुलिसकर्मियों का कहना था कि ट्रक पर न तो कोई पोस्टर लगा था और न ही कोई पास या अनुमति पत्र दिखाया था। जबकि ड्राइवर का कहना था कि उसने चेकिंग पॉइंट पर पुलिसकर्मियों को अनुमति पत्र दिखाया था, जिसमें पूरे सामान की लिस्ट भी थी। मामला दवा व सर्जिकल सामान से जुड़ा था, इसलिए अफसरों तक खलबली मच गई। वहीं चेकिंग पॉइंट पर मौजूद टीम का इंफ्रारेड थर्मामीटर खराब हो गया। सीआईएसएफ से नया थर्मामीटर मांगा है।

लॉकडाउन के कारण शहर की सीमा पर एकमात्र निरावली पॉइंट ही ऐसा है, जहां सड़क के एक तरफ मुरैना पुलिस और दूसरी तरफ ग्वालियर पुलिस तैनात है। मुरैना से आने वाले वाहनों को ग्वालियर पुलिस लौटा रही है और ग्वालियर से मुरैना जाने वाले वाहनों को रोकने की जिम्मेदारी मुरैना पुलिस की है। यहां एक तरफ सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया और टीआई पुरानी छावनी राजीव गुप्ता अपने फोर्स के साथ तैनात हैं। दूसरी तरफ एसडीओपी बानमोर शशिभूषण सिंह रघुवंशी अपने फोर्स के साथ डटे हैं। इससे एक बड़ा फायदा है। अगर मुरैना और ग्वालियर से आने-जाने वाला व्यक्ति झूठ बोलता है तो तुरंत दोनों पुलिस एक-दूसरे से बात कर वेरिफाई कर रही हैं। अभी तक जिलों की पुलिस में आपसी सामंजस्य की कमी थी, लेकिन पहला ऐसा अवसर है जब एक ही पॉइंट पर दो जिलों की पुलिस तैनात हैं। दोनों के बीच सामंजस्य है।

ग्वालियर से मुरैना जाने के लिए एक युवक बाइक से आया। उसके गले में एक निजी अस्पताल का पहचान पत्र था। वह बोला कि चिकित्सा ड्यूटी में है। जब मुरैना पुलिस ने ग्वालियर पुलिस से पड़ताल कराई तो पता लगा युवक ग्वालियर में नौकरी करता है। वह मुरैना का रहने वाला है इसलिए वहां जा रहा है। अस्पताल वालों ने उसे मुरैना नहीं भेजा।

दिल्ली से एक युवती व उसके परिजन ग्वालियर आ रहे थे। इन्हें ग्वालियर पुलिस ने रोक लिया। युवती के शरीर का तापमान सामान्य से दो डिग्री अधिक था। उसे शहर के अंदर प्रवेश नहीं दिया गया। तुरंत मेडिकल टीम बुलाई गई। युवती की सैंपलिंग कराई गई।

रिश्तेदार के साथ दिल्ली से ग्वालियर आ रहे युवक को रोक लिया। उसे क्वारेंटाइन कराने की तैयारी कर ली गई। तब तक उसकी मां यहां आ गई। वह रोने लगी। उन्हें शांत किया गया। मंगूपुरा चेकिंग पॉइंट पर दिल्ली से आ रहे युवक को क्वारेंटाइन के लिए भिजवाया गया है।

सीएसपी रवि भदौरिया ने बताया कि इस समय रिश्तेदारों के फोन उठाना बंद कर दिए हैं। हर दूसरा रिश्तेदार या परिचित फोन कर रहा है, उसे बाहर से आना है या दूसरे शहर जाना है। शहर में टोटल लॉकडाउन है इसलिए बड़ी समस्या है। विशेष परिस्थितियों में ही आने की अनुमति प्रशासन से मिल रही है। गुरुवार शाम को ही सीएसपी के रिश्तेदार सुखेंद्र भदौरिया मुरैना जाने के लिए यहां पहुंचे। उन्हें लौटा दिया गया।

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