पुलवामा अटैक को अपनी पब्लिसिटी के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं अली फजल?
बॉलिवुड अभिनेता अली फजल पिछले दिनों अपने एक ट्वीट को लेकर ट्रोल हुए, इस ट्वीट में यूजर ने उन्हें 'अर्बन नक्सल' कहते हुए उनकी फिल्में न देखने की कसम खाई थी, बाद में अली ने यूजर को सफाई भी दी थी। अब अली फजल ने 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के कारण दुबई में 28 फरवरी से 2 मार्च तक होने वाले 'जश्न ए रेख्ता' के उर्दू फेस्टिवल के कैंसल होने की बात को अपनी पब्लिसिटी के लिए इस्तेमाल किया है।
दरअसल मामला यह है कि उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार के लिए 'जश्न ए रेख्ता' नाम का एक मंच आज से 5 साल पहले शुरू किया गया था, देखते ही देखते यह मंच इतना बड़ा हो गया कि दिल्ली में इस मंच की कई बैठकें होने लगी। हाल ही में 'जश्न ए रेख्ता' ने तय किया कि वह अपने 5 वें संस्करण का जश्न बड़े ही धूम-धाम से दुबई में मनाएगा।
इधर पूरा प्रोग्राम सेट हो गया, लेकिन अचानक पुलवामा में हुए इस आतंकी हमले के बाद 'जश्न ए रेख्ता' की टीम ने फैसला किया कि फिलहाल वह दुबई में अपना यह आयोजन नहीं करेगी। अभिनेत्री और सोशल ऐक्टविस्ट शबाना आजमी और मशहूर गीतकार जावेद अख्तर भी 'जश्न ए रेख्ता' के दुबई और पाकिस्तान के कराची आर्ट के आयोजन में शामिल होने वाले थे, लेकिन जैसे ही पुलवाना हमला हुआ शबाना और जावेद ने सोशल मीडिया में ट्वीट कर जानकारी दी कि अब वह पाकिस्तान में होने वाले कराची आर्ट फेस्टिवल में हिस्सा नहीं लेंगे।
बाद में 15 फरवरी की सुबह ही 'जश्न ए रेख्ता' की टीम ने निर्णय लिया कि ऐसे समय में इस तरह का आयोजन ठीक नहीं और उन्होंने दुबई में होने वाले उर्दू फेस्टिवल को भी कैंसल कर दिया। प्रोग्राम कैंसल करने के बाद उन्होंने अपने मेहमानों को आनन-फानन में फोन और मेसेज कर प्रोग्राम कैंसल होने की जानकारी भी दी। अब अली फजल भी दुबई वाले उर्दू फेस्टिवल में मेहमान थे, तो उनको भी यह जानकारी 15 फरवरी को सुबह दी गई।