पुजारा-पंत का दमदार खेल, सिडनी में भारत मजबूत

सिडनी 
चेतेश्वर पुजारा और ऋषभ पंत के शानदार शतकों की बदौलत भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ जारी चौथे और अंतिम टेस्ट मैच में शुक्रवार को अपनी पकड़ मजूबत कर ली है। सिडनी में खेले जा रहे इस मैच में भारत के 7 विकेट पर 622 रनों के जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में बिना विकेट खोए 24 रन बना लिए हैं। मार्कस हैरिस 19 और उस्मान ख्वाजा रनों पर 5 पर नाबाद पविलियन लौटे। ऑस्ट्रेलिया पहली पारी के आधार पर भारत से अभी 598 रन पीछे है।

पंत ने दिया ख्वाजा को मौका 
बल्ले से धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले पंत ने उस्मान ख्वाजा का कैच छोड़ दिया। ख्वाजा ने जब खाता भी नहीं खोला था तब मोहम्मद शमी की गेंद पर पंत ने उनका कैच छोड़ दिया। 

पंत का बल्ले से दमदार प्रदर्शन 
पंत ने धमाकेदार बल्लेबाजी की। वह 159 रन बनाकर नाबाद रहे। पंत ने अपने टेस्ट करियर की दूसरी सेंचुरी लगाई। वह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सेंचुरी लगाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बने। पंत ने इसके साथ ही भारत के बाहर किसी भारतीय विकेटकीपर द्वारा बनाए गए सर्वोच्च स्कोर को भी पीछे छोड़ दिया। धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ 2006 फैसलाबाद टेस्ट में 148 रनों की पारी खेली थी। यह सिडनी के मैदान पर भारतीय टीम का दूसरा सबसे बड़ा स्कोर है। 2004 में भारत ने इसी मैदान पर सात विकेट पर 705 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की थी। 

पंत-जडेजा की साझेदारी 
पंत ने जडेजा के साथ मिलकर तेजी से बल्लेबाजी की। दोनों ने महज 224 गेंदो पर 204 रन जोड़े। पंत ने रवींद्र जडेजा के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 204 रनों की शानदार दोहरी शतकीय साझेदारी कर टीम को 622 के स्कोर तक पहुंचाया। भारतीय बल्लेबाजों द्वारा 7वें विकेट के लिए की गई यह दूसरी सबसे बड़ी साझेदारी है। इस लिस्ट में पूर्व भारतीय बल्लेबाजों वीवीएस लक्ष्मण और अजय रात्रा द्वारा वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2002 में सातवें विकेट के लिए की गई 217 रनों की साझेदारी टॉप पर है। इसी स्कोर पर नाथन लॉयन ने जडेजा को बोल्ड कर भारतीय टीम का सातवां विकेट गिराया और इसी स्कोर पर मेहमान टीम ने अपनी पहली पारी घोषित कर दी। पंत ने 189 गेंदों का सामना किया। और अपनी पारी में 15 चौके और एक छक्का लगाया। वहीं जडेजा ने 114 गेंदों पर 7 चौके और एक छक्का लगाकर 81 रन बनाए। 

पुजारा का सधी हुई पारी
इससे पहले, पुजारा आउट होकर लौट रहे थे तो उनके मन में दोहरा शतक पूरा न कर पाने का अफसोस जरूर होगा लेकिन दर्शकों की तालियां बता रही थीं कि 193 रनों की यह पारी भी लाजवाब थी। पुजारा के रूप में भारत को छठा झटका लगा। नाथन लायन की गेंद पर उन्हीं को कैच थमाकर लौट गए। हालांकि भारत 429 के स्कोर पर मजबूती के खड़ा है। इस बीच ऋषभ पंत ने अपनी तीसरी हाफ सेंचुरी भी पूरी की। पुजारा और पंत के बीच छठे विकेट कि लिए 89 रनों की साझेदारी हुई। 

पुजारा ने उठाया फॉर्म का फायदा 
क्रिकेट में कहा जाता है कि जब आप जम जाएं तो बड़ा स्कोर बनाएं और क्रिकेट को कॉपी बुक स्टाइल में खेलने वाले चेतेश्वर पुजारा इस बात को अच्छी तरह समझते हैं। तभी तो सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन भी वह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को खूब छकाते रहे। पहले दिन वह 130 रनों पर नाबाद लौटे थे। दूसरे दिन उन्होंने विहारी के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाने काम शुरू किया। 

विहारी ने बनाए 42 रन 
उनका साथ देने वाले हनुमा विहारी 42 रन बनाकर आउट हो गए लेकिन पुजारा जमे रहे। ऑस्ट्रेलिया को दूसरे दिन पहले सेशन में विहारी के रूप में एकमात्र कामयाबी मिली। वह नाथन लायन की गेंद पर शॉर्ट लेग पर लपके गए। विहारी ने चेतेश्वर पुजारा के साथ पांचवें विकेट के लिए 101 रनों की साझेदारी पूरी की। विहारी ने गेंद को स्वीप करने का प्रयास किया और गेंद बल्ले का महीन किनारा लेती हुई उनकी बाजु से टकराती हुई शॉर्ट लेग पर खडे़ मानर्स लाबुशेन के हाथ में गई। ऑन फील्ड अंपायर ने विहारी को आउट दिया इस पर उन्होंने रिव्यू लेने का फैसला किया। पहली नजर में वह नॉट आउट नजर आ रहे थे लेकिन स्नीकोमीटर में यह साफ हो गया कि गेंद ने बल्ले को हल्का सा छुआ है। 

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