पिछले पंद्रह साल में अशासकीय लोगों को सरकारी मकान आबंटन की कांग्रेस सरकार कराएगी जांच

भोपाल
मध्यप्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के पंद्रह साल के कार्यकाल में अशासकीय लोगों को सरकारी मकान और बंगले आबंटन की कांग्रेस सरकार जांच कराएगी। इसके लिए पांच मंत्रियों को जिम्मेदारी सौपी गई है। यह समिति एक माह में अपनी रिपोर्ट देगी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपने पांच काबीना मंत्रियों को यह जांच करने की जिम्मेदारी सौपी है। इनमें लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, गृह मंत्री बाला बच्चन, वन मंत्री उमंग सिंघार, नगरीय प्रशासन मंत्री जयवर्द्धन सिंह और वित्त मंत्री तरुण भनोत शामिल है। गौरतलब है कि भाजपा के शासनकाल में कई राजनीतिक व्यक्तियों, स्वयंसेवी संस्थाओं, राजनीतिक दलों के लोगों, पत्रकारों को आवास आबंटन किए गए है।

कांग्रेस सरकार की जानकारी में आया है कि भाजपा ने अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को उपकृत करने के लिए स्वयंसेवी संस्थाओं का कर्ताधर्ता और मीडिया पर्सन बनाकर आवास आबंटित कर दिए। जबकि वास्तव में ये सभी राजनीतिक गतिविधियों में लिप्त है। कई ऐसे अशासकीय व्यक्ति भी है जो शासकीय आवास के लिए अपात्र हो चुके है और बेदखली के लिए कई नोटिस जारी होंने के बाद भी शासकीय आवासों में जमे हुए है। मंत्रियों की समिति इसी बात की जांच करेगी कि जो आवास अशासकीय व्यक्तियों को आबंटित किए गए है क्या उनमें नियमों का पालन हुआ है।

राजधानी में शासकीय आवासों की कमी है। हजारों शासकीय कर्मचारी-अधिकारी मकानों के लिए कतार में है। स्मार्ट सिटी के निर्माण के चलते काफी संख्या में पुराने आवास तोड़े गए है लेकिन उनके स्थान पर नए आवास नहीं बन पाए है। इसलिए सरकार यह प्रयास कर रही है कि अपात्रों को शासकीय आवास से बाहर कर ये आवास प्राथमिकता के आधार पर जरुरतमंद और पात्र शासकीय और अशासकीय लोगों को आबंटित किए जाए। इसके लिए ही वर्ष 2003 से 2018 के बीच आबंटित आवासों के प्रकरणों की जांच की जाएगी।

भविष्य में अशासकीय व्यक्तियों को आवास आवंटित करने के लिए क्या मापदंड तय किए जाए यह भी मंत्रियों की समिति तय करेगी। जो नए मापदंड बनाए जा रहे है उनमें यह प्रावधान किया जाएगा कि जो अशासकीय व्यक्तियों को जिस पात्रता के आधार पर आवास आबंटित किए गए थे वह पात्रता यदि समाप्त हो जाती है तो उनसे आवास खाली करा लिया जाए। आवास खाली कराने के लिए सरकार मंहगी पैनाल्टी लगाने और बेदखली करने जैसे कदम भी उठाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *