पाकिस्तानी सेना के दखल से परेशान अफगानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र को लिखा पत्र

 
काबुल/ वॉशिंगटन 

पाकिस्तान की हरकतों से नाराज अफगानिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से मदद की गुहार लगाई है। अफगानिस्तान ने अपनी सीमाओं पर पाकिस्तानी सेना द्वारा नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाते हुए यूएन से मदद की गुहार लगाई है। अफगानिस्तान मिशन की ओर से 22 अगस्त को यूएन को लिखी चिट्ठी में पाकिस्तान की आलोचना करते हुए उसके पड़ोसी मुल्क ने अंतरराष्ट्रीय संस्था से दखल की मांग की। 
 
पाकिस्तान क्या पागल हो गई है जो अफ़ग़ानिस्तान जेसे कमजोर मुल्क पर अपनी सेना की तागत दिखा रहा है हिम्मत है नही भारत से लड़ने की ओर कमजोरो पर अपनी तागत दिखाने चले है |
 अफगानिस्तान 
अफगानिस्तान मिशन की ओर से लिखे पत्र के अनुसार, 'यूएन चार्टर के प्रावधानों जिनमें आर्टिकल 2 भी शामिल है का पाकिस्तान द्वारा पालन नहीं किया जा रहा है। अफगानिस्तान इसकी कठोर शब्दों में निंदा करता है। पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय कानूनों और अंतरराष्ट्रीय मानवीयता कानून का भी पालन नहीं कर रहा है।' युद्धग्रस्त देश ने इसके साथ ही सुरक्षा परिषद से भी पाकिस्तान की ओर से लगातार सीमा पर हो रही घुसपैठ के खिलाफ जरूरी कदम उठाने की मांग की। 

अफगानिस्तान ने अपने क्षेत्र में पाक पर प्रवेश का आरोप लगाया 
अफगानिस्तान की ओर से लिखे पत्र में पाकिस्तान पर अपने अधिकार क्षेत्र के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है। अफगानिस्तान का आरोप है कि देश के पूर्वी इलाकों में अफगानिस्तान के क्षेत्र में आनेवाले भूभाग पर पाकिस्तानी सेना जबरन निर्माण कार्य कर रही है। पाक सेना की ओर से अफगान क्षेत्र में बैरियर्स बनाए जा रहे हैं और पाकिस्तानी सैन्य एयरक्राफ्ट बिना अनुमति के अफगानिस्तान के क्षेत्र में प्रवेश कर रहे हैं। काबुल की ओर से यह भी कहा जा रहा है कि पाकिस्तान के हमलों के कारण देश के आवासीय इलाकों में कई बार संपत्ति का नुकसान हो चुका है और स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। 

19-20 अगस्त को पाकिस्तान ने दागे रॉकेट 
संयुक्त राष्ट्र को लिखे पत्र में अफगानिस्तान ने दावा किया कि 19 और 20 अगस्त को पाकिस्तान ने 20 से अधिक रॉकेट दागे। अफगानिस्तान ने अपने दावे में कहा, 'यह पत्र विशेष तौर पर 19 और 20 अगस्त को पाकिस्तान के हमलों को ध्यान में रखकर लिखा जा रहा है। 19 और 20 अगस्त को पाकिस्तानी सैन्य बलों ने कुनार क्षेत्र के शिल्तान जिले में 20 से अधिक रॉकेट हमले किए।' पत्र में यह भी लिखा है कि पाकिस्तान को द्विपक्षीय संवाद के साथ कई और वार्ता माध्यमों के जरिए इन हमलों को रोकने और इसके खिलाफ जरूरी कदम उठाने के लिए अनुरोध भी किया गया। 
 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *