पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में महसूस किए गए भूकंप के झटके
नई दिल्ली
पश्चिम बंगाल, बिहार और झारखंड में भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग घरों से बाहर निकल गए लेकिन किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। पश्चिम बंगाल में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 आंकी गई। बताया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल के बांकुरा में यह भूकंप रविवार सुबह 10:39 बजे आया।
बांका के कुछ क्षेत्रों में सुबह करीब 10:55 बजे भूकंप का हल्का झटका महसूस किया गया। करीब दो से 3 सेकंड तक भूकंप का झटका रहा। कहीं से कोई जान माल के नुकसान नहीं है। बेलहर, कटोरिया, चांदन एवं बांका शहर में करीब 2 से 3 सेकंड तक भूकंप का झटका लोगों ने महसूस किया। हालांकि काफी कम लोगों को यह अनुभव हुआ।
वहीं झारखंड के धनबाद में भी भूकम्प का झटके महसूस किए गए। झारखंड के संताल और कोयलांचल में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए। देवघर, दुमका, बोकारो, गिरिडीह और धनबाद में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं।
आईआईटी धनबाद के मुताबिक, भूकंप का केंद्र बांकुड़ बंगाल था और यह 10 बजकर 39 मिनट पर आया। भूकंप धनबाद से दूरी 75 किमी आया और इसकी तीव्रता 4.8 मापी गई। बताया जा रहा है कि प्लेट मूवमेंट की वजह से भूकंप आया जो जीमीन के नीचे 10 किमी में था।
जमशेदपुर में रविवार सुबह 10.39 बजे भूकम्प के झटके महसूस किये गए। इसकी तीव्रता रिएक्टर पैमाने पर 4.8 रिकॉर्ड किया गया। इसका केंद्र पश्चिम बंगाल का बांकुड़ा जिला था। मौसम विभाग रांची के वैज्ञानिक आरएस शर्मा ने बताया कि रविवार को भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। पहला सुबह 7.49 बजे आया। जिसकी तीव्रता 4.5 और केंद्र अंडमान निकोबार द्वीप था। कम तीव्रता होने के कारण सिर्फ हल्का झटका महसूस किया गया। कहीं से किसी जान और माल की क्षति की सूचना नहीं है।
पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में रविवार सुबह 10 बजकर 39 मिनट पर भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.8 मापी गई। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि कहीं से भी जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। भूकंप 23.3 डिग्री अक्षांश और 86.9 देशांतर में 10 किलोमीटर की गहराई पर केंद्रित था।
भूकंप आने पर क्या करें
जब कभी भूकंप का अंदेशा हो, तो तुम्हें मकान या किसी इमारत से बाहर निकलकर खुली जगह पर जाना चाहिए। अगर गली काफी संकरी हो या आस-पास बहुमंजिला इमारतें हों, तो बाहर निकलने की बजाय घर में ही सुरक्षित ठिकाने पर रहो। कमरे के कोने में या किसी मजबूत फर्नीचर, जैसे टेबल को पकड़कर उसके नीचे बैठ जाओ। बड़ी अलमारी या खिड़की वगैरह से दूरी बनाकर रखो। पेड़ और बिजली के तारों से दूर रहने की कोशिश करो। अगर कोई मजबूत चीज न हो तो किसी मजबूत दीवार से चिपक कर शरीर के नाजुक हिस्से जैसे सिर, हाथ आदि को मोटी किताब या किसी तकिये वगैरह से ढककर घुटने के बल टेक लगाकर बैठ जाओ। बाहर जाने के लिए लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का इस्तेमाल करो।