पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर सरकारी स्कूलों को किया जायेगा विकसित
भोपाल
अब सरकारी स्कूलों को पब्लिक स्कूलों की तर्ज पर संसाधनों से पूर्ण किया जायेगा। छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए स्कूलों में किताबी शिक्षा के साथ ही नैतिक शिक्षा,खेल,संगीत,कला,सांस्कृतिक और नेतृत्व क्षमता का विकास करने के लिए शिक्षकों और संसाधनों की व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी। भोपाल जिले के 17 सरकारी स्कूलों में संभवत: जुलाई से इस व्यवस्था को लागू करने की तैयारी की जा रही है।
शिक्षा विभाग देश के पुराने और टॉप स्कूलों की तर्ज पर सरकार स्कूलों में भी हाउस बनाने जा रही है। ये हाउस महापुरूषों के नाम पर होंगे इनमें सभी कक्षाओं के छात्रों का समूह बनाकर शामिल किया जायेगा। इन समूहों में छात्रों की प्रतिभा का चिन्हांकन कर उसके अनुरूप प्रशिक्षण दिलाया जायेगा। जिसमें खेलकूद से संबंधित और भाषण कला,चित्रकला जैसी गतिविधियों को आवश्यक तौर पर शामिल किया जायेगा।
जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेन्द्र शर्मा ने बताया कि भोपाल जिले के 17 स्कूलों को इसके लिए चिन्हित किया गया है। इन स्कूलों में प्रत्येक विषय के शिक्षकों की उपलब्धता छात्र संख्या के हिसाब से सुनिश्चित की जायेगी। ताकि गुणवत्तायुक्त शिक्षा बच्चों को मिल सके। इसके साथ ही स्कूलों में स्मार्ट क्लास,लैब,लाइब्रेरी में भी पूरे संसाधन भी छात्रों के लिए उपलब्ध रहेंगे।