पति की मौत के बाद BHU की दीपिका को सुषमा स्वराज ने दिलाई थी अमेरिका में मदद
वाराणसी
अमेरिका में पति के निधन के बाद संकट में फंसी बीएचयू की छात्रा दीपिका चौबे का वतन आने का रास्ता सुषमा स्वराज की मदद से ही संभव हो सका था। आजमगढ़ के जयरामपुर गांव की निवासी और बीएचयू की छात्रा रही दीपिका पति हरिओम संग 2013 में अमेरिका गई थी। सब ठीक चल रहा था, लेकिन करवाचौथ (19 अक्टूबर 2016) वाले दिन हरिओम का हृदयाघात से निधन हो गया। उसके बाद सात समंदर पार दीपिका एकदम अकेली हो गई। उस वक्त वह गर्भवती भी थी। उसके पास इलाज तक के पैसे नहीं थे। ऐसे में हरिओम के मित्रों ने उसकी मदद की। उसे बोस्टन से न्यूजर्सी लाए। न्यूजर्सी में ही दीपिका ने सात नवंबर को बेटी को जन्म दिया। उसके बाद सबसे बड़ा संकट था कि नवजात बेटी अमेरिकी पासपोर्ट और ओसीआई के बगैर भारत नहीं आ सकती थी।
वाराणसी में कैंसर अस्पताल में तैनात रहे दीपिका के भाई अजय कुमार चौबे ने रविंद्रपुरी स्थित पीएम के संसदीय कार्यालय में पत्र के माध्यम से मदद मांगी। दीपिका ने स्वदेश वापसी के लिए प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर मदद की गुहार लगाई थी। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट के संज्ञान लेकर उसी दिन अमेरिका में भारतीय दूतावास को दीपिका की मदद के निर्देश दिए थे। स्वराज के निर्देश के बाद दीपिका की बेटी का पासपोर्ट और ओसीआई (ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया) कार्ड बन गया है। इसके बाद 30 नवंबर को दीपिका स्वदेश आ सकी थीं।