पंजाब: 13,000 पंचायतों में वोटिंग जारी, फिरोजपुर में एक वोटर की मौत

नई दिल्ली                
पंजाब के 13,276 गांवों में पंचों और सरपंचों को चुनने के लिए रविवार को कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच चुनाव हो रहे हैं. राज्य निर्वाचन अधिकारी ने शनिवार को यहां बताया कि शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और सुचारू ढंग से चुनाव कराने के लिए सभी जरूरी प्रबंध कर लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि पंच और सरपंच के पद के लिए करीब 8,000 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. जालंधर और अमृतसर में 2 बजे तक क्रमशः 50.72 प्रतिशत और 42 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई है.

लुधियाना और मोगा जिले के पंचायत चुनाव में सुबह 10 बजे तक क्रमशः 13.40 और 12 प्रतिशत लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. फिरोजपुर के कस्बा ममदोट के गांव लखमीर के हिताड़ में बूथ कैप्चरिंग करने आए लोगों के साथ मारपीट करने के दौरान एक आम वोटर 60 साल के महिंदर सिंह की मौत हो गई. इससे पहले इसी जगह बैलेट बॉक्स में आग लगा दी गई. गुरदासपुर के डेरा बाबा नानक स्थित शाकरी गांव में कुछ लोगों ने बूथ कैप्चर कर लिया.

अधिकारी ने बताया कि करीब 4,363 सरपंच और 46,754 पंच पहले ही निर्विरोध चुन लिए गए हैं. उन्होंने बताया कि 13,276 गांवों के लिए करीब 13,276 सरपंच और 83,831 पंच चुने जाएंगे. चुनाव में करीब 1.27 करोड़ मतदाता भाग ले रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने इसके लिए 17,268 मतदान केंद्र बनाए हैं और 86,340 कर्मियों की तैनाती की है.

पंजाब में विपक्षी दल लगातार पंचायत चुनाव में अनियमितताओं का आरोप लगा रहे हैं और नामांकन दाखिल करने के दौरान कांग्रेस सरकार के दबाव में सरकारी अफसरों की ओर से जानबूझकर सरकार के चहेतों के नामांकन रखने और विरोधियों और विपक्षी पार्टियों के उम्मीदवारों के नामांकन कोई कमी बताकर या कागज पूरे ना होने की बात कहकर रद्द करने का आरोप लगा रहे हैं.

इस बीच कांग्रेस विधायक अमरिंदर सिंह राजा वडिंग का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिस पर विवाद हो गया है. इस वायरल वीडियो में अमरिंदर सिंह राजा वडिंग पंचायत चुनाव के लिए प्रचार करते हुए नजर आ रहे हैं. इस दौरान वो कह रहे हैं कि हमारी सरकार है, कुछ भी किया जा सकता है, नामांकन पत्रों को इधर से उधर किया जा सकता है, सरकार के पास बड़े तरीके हैं.

दरअसल, राजा वडिंग सरपंच चुनाव के संबंध में बठिंडा के एक गांव में दो उम्मीदवारों के साथ लोगों से बातचीत कर रहे थे. उन्होंने कहा, ‘सरकार के पास बड़े तरीके होते हैं, उनके कागज को इधर से उधर करवाना लेकिन दोनों ही उम्मीदवार मेरे अपने हैं.'

पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत बादल का नाम लेते हुए राजा वडिंग ने कहा कि उनके और मनप्रीत सिंह बादल के बीच ये बात हुई है कि आप दोनों उम्मीदवारों को चुनाव न लड़वाया जाए, इससे दोनों का नुकसान होगा. अब हमारी सरकार है और सरकार कुछ भी फैसला करवा सकती है. फैसला उलटा भी करवा सकती है.

पहले से ही पंचायत चुनाव में सरकार के दबाव की वजह से धांधलियों और अनियमितताओं के आरोप लगा रही विपक्षी पार्टियों को भी इस वीडियो के वायरल होने के बाद पंजाब की कांग्रेस सरकार पर हमला बोलने का बैठे-बिठाए मौका मिल गया. अकाली दल और आम आदमी पार्टी ने कहा कि वो तो पहले से ही कई बार ये बात कह चुके हैं कि सत्ता का दुरुपयोग करके कांग्रेस विरोधी उम्मीदवारों और विपक्षी पार्टियों के मजबूत उम्मीदवारों के नामांकन जान-बूझकर रद्द करवा रही हैं ताकि आसानी से पंचायत चुनाव जीते जा सके. दोनों पार्टियों का कहना है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह और कांग्रेस को पता है कि पंजाब में उनके करीब 2 साल के शासन से जनता बेहद ही त्रस्त है इसी वजह से सरकारी तंत्र का दुरुपयोग कर इन पंचायत चुनाव में एकतरफा जीत हासिल करने की कोशिश की जा रही है.

पंजाब सरकार ने वायरल हुए वीडियो को लेकर अपने विधायक का बचाव करते हुए कहा कि वीडियो में उनकी बातों का गलत मतलब निकाला गया है. उनका कहने का मतलब था कि इससे पहले पंजाब में जब अकाली-बीजेपी की सरकार थी तब इस तरह का होता होगा लेकिन हमारी सरकार में ऐसी कोई भी धक्केशाही नहीं होगी और किसी भी उम्मीदवार का नामांकन इस तरह से रद्द नहीं किया जाएगा.

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