नौ-तपा में भट्टी-सा तप रहा है मध्य प्रदेश, खरगोन-खजुराहो में आसमान से बरसी आग
छतरपुर
नौतपा में पूरा मध्य प्रदेश तप रहा है. चिलचिलाती धूप और चढ़ता पारा लोगों को बेहाल किए हुए है. सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है, लोग घरों में दुबके हुए हैं. खरगोन में पारा 46 डिग्री पार कर गया है.
खरगोन में नौतपा के दौरान प्रदेश में सबसे ज्यादा करीब 46 डिग्री तापमान रहा. पूरा प्रदेश लू और गर्मी की चपेट में है. लू के थपेड़ों के साथ सूर्य आग उगल रहा है. खरगोन में कई दिन से तापमान 45 और 46 डिग्री के आसपास ही चल रहा है.पिछले कुछ वर्षो से रोहणी नक्षत्र नौतपा के दौरान बारिश होने लोगों को राहत मिली थी लेकिन इस बार गर्मी पूरे ज़ोरों पर है.
प्रदेश आग की भट्टी की तरह तप रहा है. लोग दिन में घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं. सड़कों पर सन्नाटा छाया रहता है, अघोषित कर्फ्यू जैसा महौल दिखाई दे रहा है. लोगो का कहना है की पिछले वर्षो की तुलना में इस साल फरवरी के आख़िरी हफ्ते से गर्मी तीख़े तेवर दिखा रही है. इंसान के साथ परिंदे भी परेशान हैं.
वैसे तो प्रदेश का निमाड़ अंचल गर्मी के लिए जाना जाता है. प्राचीन खरगोन की भौगौलिक संरचना ऐसी है कि सूर्य की सीधी किरणें यहां पड़ती हैं. इसलिए सबसे ज्यादा तपन यहां रहती है. सूर्य की सीधी किरण यहां पड़ती हैं इसलिए 500 सौ साल पहले यहां नवग्रह मंदिर की स्थापना की गयी.ऐसी धार्मिक मान्यता है कि यहाँ स्थापित भगवान सूर्य की मूर्ति पर सीधे सूर्य की किरण पड़ती हैं.
यही हाल बुंदेलखंड का भी है. छतरपुर जिले में नौतपा शुरू होते ही पारा तेज़ी से ऊपर पहुंच गया है. नौ- तपा के तीसरे दिन ही दिन पारा 45 डिग्री के पार पहुंच गया. सबसे ज्यादा तापमान जिले के नौगांव और खजुराहो में रिकॉर्ड किया गया.
गर्मी का असर खजुराहो के पर्यटन पर भी पड़ा है. पर्यटकों की संख्या एकदम कम हो गयी है. जो थोड़े-बहुत पर्यटक आए हैं वो भी दिन में होटल में दुबके हुए हैं. पश्चिमी मंदिर समूह में पर्यटकों के ना आने की वजह से सन्नाटा पसरा हुआ है, इस समय खजुराहो में होटल व्यवसाय सहित अन्य व्यवसाय पूरी तरह देशी विदेशी पर्यटकों के ना आने से नुकसान उठा रहे.