नोएडा में कोरोना वायरस का खौफ, घरों में कैद हुए छह हजार परिवार
नोएडा
राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा पर अब कोरोना का खौफ हावी हो चला है। दो मरीजों को कोरोना की पुष्टि हो जाने के बाद उनकी सोसाइटी में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया। इन दोनों सोसाइटियों के अलावा इन्ही से सटी एक अन्य सोसाइटी के 6000 परिवार दहशत में आ गए हैं। इन परिवारों के लोग घरों में कैद हो गए हैं और उनमें अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंता साफ नजर आ रही थी, वह स्वास्थ्य विभाग, प्रशासन और एओए के पदाधिकारियों से भिड़ते हुए नजर आए।
नोएडा के सेक्टर-78 में स्थित निंबस हाइड पार्क सोसाइटी में बीस से अधिक टावरों में 2100 परिवार रहते हैं। इसी सोसाइटी के एच ब्लाक टावर में रहने वाले एक युवक को कोरोना की पुष्टि होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम अपने साथ ले गई थी। जिसका पता दिन निकलने के साथ ही जैसे-जैसे लोगों को चला उनका खौफ बढ़ता गया और उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों और सोसाइटियों के पदाधिकारियों से तीखी नोंक-झोंक करते हुए इसको लेकर नाराजगी भी जतायी कि दोपहर तक भी इस पूरी सोसाइटी को संक्रमण मुक्त करने के लिए अभियान क्यों नहीं चलाया गया और कोरोना पीड़ित व्यक्ति के साथ रहने वाली महिला को अभी तक अस्पताल में क्यों नहीं रखा गया है।
इससे तो यहां पर भी कोरोना फैल सकता है, उनके मकान में आने वाली घरेलू सहायिका से अन्य मकानों तक में भी कोरोना का वायरस फैलने की चिंता लोगों को थी,जिसकी चिंता वह सोसाइटी में कर रहे थे। हालांकि सोसाइटी में सुबह से ही एच ब्लाक टावर कोपूरी तरह से सीज कर दिया गया था और वहां पर रहने वाले लोगों को आने-जाने नहीं दिया जा रहा था। यहां पर लोग अपने घरों में ही कैद नजर आ रहे थे। इस सूचना के फैलने से उनके नाते-रिश्तेदारभी चितिंत थे, जो उनका हाल-चाल जानने के लिए वहां पर पहुंच रहे थे।
इसके अलावा सेक्टर-100 स्थित लोटर स्पेशिया सोसाइटी में रहने वाली एक महिला को भी कोरोना की पुष्टि हो जाने के बाद यहां पर रहने वाले वाले करीब 1200 परिवारों में इसको लेकर दहशत थी और वह डरे हुए नजर आ रहे थे, इसी से सटी लोट्स बुलबर्ड सोसाइटी में भी करीब 2700 परिवार रहते हैं और दोनो के बीच में एक छोटी सी दीवार है। दोनो सोसाइटी के लोगों को आपस में खासा आना-जाना है और गेट भी बराबर में होने के कारण कोरोनो को लेकर यह परिवार भी चितिंत थे। इन सोसाइटियों में भी बाहर के लोगों के प्रवेश को प्रतिबंधित कर दिया गया था।