नूडल्‍स और चॉकलेट मिलते है यहां प्रसाद में, जानिए इन अनोखे मंदिरों के बारे में

हमारे देश में कई ऐसे प्राचीन और चमत्‍कारी मंदिर है जहां कदम रखने भर से मन की मुराद भरी हो जाती है। देशभर में कई ऐसे मंदिर है जो अपने चमत्‍कारी प्रभाव, स्‍थापत्‍य कला और भव्‍यता के वजह से कई मंदिर है जो दुनिया भर में ख्‍याति प्रभाव है। लेकिन इन्‍हीं बीच हमारे पास कुछ ऐसे मंदिर भी है जो भगवान को चढ़ाएं जाने वाले अजीबो-गरीब प्रसाद की वजह भी जाने जाते हैं। आज हम आपको ऐसे ही कुछ मंदिरों के बारे में बताने जा रहे हैं जहां भक्‍तों को दूसरे मंदिरों की तुलना में अनोखे प्रसाद द‍िए जाते हैं।

चाइनीज काली माता, कोलकत्ता
कोलकाता के टांगरा इलाके में चाइनीज काली माता का मंदिर स्थित है। यहां काली मां को प्रसाद में नूडल्‍स और फ्राइड राइस का भोग लगाया जाता है। फिर यही नूडल्‍स और फ्राइड राइस प्रसाद के रूप में भक्‍तों को बांट दिए जाते हैं। इसी वजह से इस मंदिर का नाम चाइनीज काली मां पड़ गया है। 55 साल के पुजारी इसोन चेन इस मंदिर की देखभाल करते हैं।

बाला मुरुगन भगवान, केरल
केरल के अलेप्‍पी में बाला मुरुगन भगवान का मंदिर स्थित है। बाला मुरुगन भगवान को चॉकलेट बहुत पसंद है। इसलिए यहां भगवान को प्रसाद के रूप में चॉकलेट चढ़ाई जाती है और फिर चॉकलेट को यहां आने वाले भक्‍तों में बांट दिया जाता है।

खबीस बाबा, उत्तरप्रदेश
उत्‍तर प्रदेश के सीतापुर जिले में खबीस बाबा का मंदिर स्थित है। यहां मंदिर में शराब का भोग लगाया जाता है और प्रसाद के रूप में वही शराब भक्‍तों को वितर‍ित कर दी जाती है। यहां के बारे में मान्‍यता है कि मंदिर में शराब चढ़ाने से मनोकामना पूरी होती है। यहां मंदिर के आस-पास तमाम बंदर भी रहते हैं जो यहां चढ़ने वाली शराब का सेवन करते हैं।

कामाख्‍या मंदिर, गुवाहाटी
गुवाहाटी के कामाख्‍या मंदिर में हर साल भव्‍य मेले का आयोजन होता है। मेले के दौरान 3 दिन के लिए मां के द्वार भक्‍तों के लिए बंद कर दिए जाते हैं और चौथे दिन जब मंदिर के द्वार खुल‍ते हैं तो भक्‍तों को प्रसाद के रूप में एक गीला कपड़ा दिया जाता है। मान्‍यता है कि यह कपड़ा मां के रज से भीगा होता है।

करनी माता मंदिर, राजस्‍थान
राजस्‍थान का बेहद प्रसिद्ध मंदिर करनी माता का मंदिर, जहां चूहों की पूजा की जाती है। यहां प्रसाद के रुप में भक्‍तों को दूध बांटा जाता है। लेकिन उससे पहले ये दूध चूहों को पिलाया जाता है। माना जाता है कि इस दूध में चूहों का लार मिला हुआ होता है और इस प्रसाद का सेवन करने वाले लोगों के ल‍िए सौभाग्‍य लेकर आता है।

पलानी मंदिर, तमिलनाडु
तमिलनाडु के पलानी मंदिर में भगवान मुरुगन को प्रसाद के रूप में जैम चढ़ाया जाता है। यह जैम फलों का बना होता है। मान्‍यता है कि भगवान मुरुगन को इस जैम का स्‍वाद बहुत पसंद आता है। इसे भक्‍तों में प्रसाद के रूप में बांट दिया जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *