नियम तोड़ने पर इस कोर्ट में जमा करना होता है फूलदार पौधे का गमला

होशंगाबाद 
होशंगाबाद के सिवनी मालवा न्यायालय में बनी न्याय वाटिका में सुंदर पौधे सुगंधित फूल हैं. बता दें कि  न्यायाधीश यशवंत मालवीय की एक छोटी सी पहल से परिसर की दशा बदल गई है. न्यायालय परिसर के पीछे पड़ी खाली जमीन पर लोक निर्माण विभाग नगर पालिका और न्यायालय कर्मचारियों ने अधिवक्ताओं के सहयोग से न्याय वाटिका बनाई है. दरअसल होशंगाबाद के न्यायालय परिसर में नो पार्किंग में वाहन खड़े करने वालों को न्याय वाटिका में पौधे लगाने की सजा दी जाती है.

न्यायाधीश यशवंत मालवीय के अनुसार न्यायालय परिसर के पास जमीन का सही उपयोग करने का जब विचार आया, तब तय किया गया कि नियमों का उल्लंघन करने वालों को एक फूलदार पौधे लगाकर गमला जुर्माने के तौर पर न्यायालय परिसर में देना होगा. इस फैसले के बाद न्यायालय परिसर में फूलदार पौधों की भरमार हो गई. अब न्यायालय परिसर में व्यवस्थित पार्किंग के साथ ही परिसर भी फूलों की खुशबू से महक रहा है.

जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने भी न्यायालय परिसर में हुए कायाकल्प की सराहना की है. उन्होंने इसे एक अच्छा कदम बताया है. अधिवक्ताओं के अनुसार यहां वाटिका के खुलने से न्यायालय परिसर को एक नया रूप मिला है.

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